- यूपी का रहने वाला आरोपी लंबे समय से कोर्ट में कर रहा था फर्जीवाड़ा
- लोगों को जमानत दिलाने के नाम पर लेता था 5 से 10 हजार रुपये
- जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने कोर्ट परिसर से ही आरोपी को दबोचा
Gurugram News: आम लोगों के साथ जालसाजी और ठगी के मामले आए दिन सुनने में आते रहते हैं, लेकिन गुरुग्राम में जालसाजी का एक अनोखा मामला आया है। यहां पर एक जालसाज अदालत के साथ ही जालसाजी कर रहा था। आरोपी नकली पहचान बताकर जिला अदालत में लोगों को जमानत दिलाने का काम करता था। इसके बदले वह आरोपियों से मोटा पैसे वसूल करता था। आरोपी के इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब किसी ने आरोपी की जानकारी उस युवक को दे दी, जिसकी आईडी यूज कर आरोपी ने कोर्ट में गवाही दी थी।
बादशाहपुर के त्यागी मोहल्ला निवासी सचिन ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसके पास 29 जुलाई को सुनील नामक युवक का फोन आया। उसने बताया कि आपके नाम का उपयोग कर एक व्यक्ति फर्जी आधार कार्ड और गाड़ी की आरसी बनाकर जिला अदालत में लोगों को जमानत दे रहा है। इसकी पड़ताल करने के लिए वह शनिवार को जब जिला अदालत में पहुंचा तो जानकारी देने वाले सुनील ने इशारे से आरोपी के बारे में बताया दिया। जिसके बाद जब सचिन ने उससे पूछताछ की तो जालसाज के पास से सचिन के नाम के फर्जी दस्तावेज मिले। इसके बाद उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दी। कुछ ही देर में पुलिस ने मौके पर पहुंच कर आरोपी को हिरासत में ले लिया।
आरोपी लंबे समय से कर रहा था फर्जीवाड़ा
पुलिस अधिकारियों ने पूछताछ के बाद आरोपी को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि पूछताछ में जालसाज ने अपना नाम आमिर सिद्दीकी बताया। आरोपी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के दिदामई उर्दूनगर का रहने वाला है। आरोपी के खिलाफ शिवाजी नगर थाना में मामला दर्ज किया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह आरोपी लंबे समय से इसी तरह से लोगों के नाम से फर्जी कागज तैयार कर झूठी जमानते कराता था। इसके बदले यह लोगों से 5 से 10 हजार रुपये तक लेता था। पुलिस आरोपी को रिमांड पर लेकर अब तक किए गए फर्जीवाड़ों के बारे में पूछताछ कर रही है।