- फेफड़ों को स्वस्थ बनाए शवासन
- उत्तानासन से सांस लेने की तकलीफ होगी दूर
- अनुलोम-विलोम से दूर होगी अस्थमा की समस्या
Yoga for Asthma: आजकल की खराब लाइफ्टाइल के चलते अस्थमा के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अस्थमा के मरीजों को सांस लेने में बहुत तकलीफ होती है। दरअसल, अस्थमा की समस्या में सांस की नली सिकुड़ जाती है, जिससे सांस खुलकर नहीं आ पाती और सांस अटक जाती है। इस समस्या से जूझ रहे लोगों को हल्की सी धूल-मिट्टी और प्रदूषण से भी परेशानी हो जाती है। अस्थमा से निजात पाने के लिए सही इलाज के साथ-साथ कुछ योगासन करना भी फायदेमंद रहता है, तो चलिए जानते हैं अस्थमा से निजात दिलाने वाले योगासनों के बारे में-
Also Read: Yoga for Energy: गर्मियों में थकान और सुस्ती से हैं परेशान, बॉडी को तुरंत एनर्जी देंगे ये योगासन
अस्थमा रोगियों के लिए योग
अनुलोम-विलोम
फेफड़ों को मजबूत बनाने और सांस लेने की प्रक्रिया को बेहतर बनाने के लिए अनुलोम-विलोम बहुत कारगर होता है। इस योगासन को करने के लिए पद्मासन में बैठकर दाएं हाथ के अंगूठे से नाक के दाएं छिद्र को बंद करके बाएं छिद्र से सांस लें। इसके बाद अंगूठे के साथ वाली दो उंगलियों को बाएं छिद्र पर रखकर दाएं छिद्र से सांस बाहर निकाले। इस प्रक्रिया को तीन -4 मिनट क दोहराएं, बहुत जल्द फायदा मिलेगा।
उत्तानासन
अस्थमा से जूझ रहे लोगों के लिए उत्तानासन भी काफी फायदेमंद होता है। इस आसन को करने के लिए पहले सीधे खड़े होकर पैरों की तरफ झुक जाएं। याद रखें कि कमर बिलकुल सीधी हो। इस आसन को करने से अस्थमा से तुरंत आराम मिलता है।
शवासन
फेफड़ों को स्वस्थ बनाने के लिए शवासन भी बहुत लाभकारी होता है। इस आसन को करने के लिए सबसे पहले मैट पर सीधे लेट जाएं। अब अपनी हथेलियों को सीधा करके तनाव मुक्त कर दें। दो पैरों के बीच 6 इंच का अंतर होना चाहिए। अब आंखें बंद करके सांस लेने पर ध्यान केंद्रित करें। इस आसन को करने से सांस लेने की प्रक्रिया के सुधरने के साथ ही अस्थमा की समस्या दूर होती है।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)