- पान के पत्तों को चबाने से कम होगा यूरिक एसिड
- यूरिक एसिड कम करने के लिए रोज चबाएं पान
- याद रखें पान के साथ न खाएं तंबाकू
Uric Acid: आजकल खराब लाइफस्टाइल और गलत खानपान की वजह से यूरिक एसिड की समस्या आम हो गई है। दरअसल, हम जो खाते हैं उससे शरीर में यूरिक एसिड बनता है। आमतौर पर शरीर का बढ़ा हुआ ये यूरिक एसिड किडनी बाहर निकाल देती है, लेकिन कई बार जब यूरिक एसिड ज्यादा बढ़ जाता है, तो किडनी भी इसे निकालने में फेल हो जाती है। ऐसे में कुछ दवाइयों से आप इस समस्या को दूर कर सकते हैं। हालांकि, यूरिक एसिड की समस्या को दूर करने के लिए पान के पत्ते भी काफी फायदेममंद होते हैं। आज इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं यूरिक एसिड को कम करने के लिए पान के पत्तों के फायदों के बारे में-
Also Read: Stress Problem एजिंग ही नहीं, तनाव से हो सकती हैं कई समस्याएं, जानिए क्या कहता है रिसर्च
यूरिक एसिड को दूर करने के लिए रोज चबाएं पान के पत्ते
यूरिक एसिड बढ़ने के कारण
- वजन का बढ़ जाना
- डायबिटीज की समस्या का होना
- शराब का ज्यादा सेवन करना
- एक्सरसाइज न करना
- किडनी की बीमारी से पीड़ित होना
- ज्यादा नॉन वेज और देर से पचने वाला भोजन खाना
- देर से सोना
- देर से उठना
यूरिक एसिड से होने वाली समस्या
यूरिक एसिड की समस्या होने से जोड़ों में दर्द की समस्या हो जाती है, इसके अलावा चलने-फिरने में दिक्कत और किडनी में स्टोन हो सकते हैं।
यूरिक एसिड को कम करने में कारगर है पान के पत्ते
स्टडी के मुताबिक, पान के पत्ते यूरिक एसिड को कम करने के लिए काफी कारगर होते हैं। एक रिसर्च में कुछ चूहों को पान के पत्तों का अर्क दिया गया था। रिसर्च में साफ हुआ कि जिन चूहों को पान के पत्तों का अर्क दिया गया था, उनका यूरिक एसिड लेवल 8.09mg/dl से घटकर 2.02mg/dl हो गया था।
Also Read: Gulkand Milk Benefits दूध में मिलाकर पिएं गुलकंद, सेहत को मिलेंगे ये गजब के फायदे
ऐसे करें पान के पत्तों का सेवन
यूरिक एसिड की समस्या से निजात पाने के लिए रोजाना पान के पत्तों को चबाना चाहिए। हालांकि, इस दौरान इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि आप यूरिक एसिड को कम करने के लिए पान चबा रहे हैं स्वाद के लिए नहीं। ऐसे में किसी भी तरह के तंबाकू का सेवन न करें।
( डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)