- साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 5 जून 2020 को लगने वाला है।
- ऐसे में कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत होती है।
- जानें चंद्र ग्रहण सेहत को कैसे प्रभावित करता है।
साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 5 जून 2020 को लगने वाला है। ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा के दिन ही चंद्र ग्रहण लग रहा है। भारतीय समयानुसार यह रात 11 बजकर 16 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 6 जून की रात 2 बजकर 32 मिनट तक रहेगा। ग्रहण के दौरान, चांद की छाया धरती पर पड़ती है और जिस जगह पर यह छाया पड़ती है वहां आंशिक रूप से अंधेरा हो जाता है। इस तरह के खगोलीय घटनाओं के दौरान लोगों को कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत होती है। क्योंकि ऐसा माना जाता है कि चंद्र ग्रहण का सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। वहीं नासा के मुताबिक इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ग्रहण का मानव शरीर पर प्रभाव पड़ता है। हालांकि कई दावों, लोक कथाओं और परंपराओं के अनुसार, यह माना जाता है कि चंद्र ग्रहण का मानव शरीर पर प्रभाव पड़ सकता है।
जानें चंद्र ग्रहण सेहत को कैसे प्रभावित करता है-
हार्मोन को कर सकता है नियंत्रित- चंद्र ग्रहण के साथ ही चांद धरती के काफी करीब होता है और साथ ही इसका गुरुत्वाकर्षण भी तेज होता है। माना जाता है कि चांद और हमारे शरीर के बीच कनेक्शन होता है। चंद्र ग्रहण के समय महिलाओं के शरीर में हॉर्मोनल चेंज आ सकते हैं। लोगों के मुताबिक महिलाओं के मासिक धर्म का 28 दिनों का चक्र चंद्रमा के चक्र 29.5 दिन से कनेक्शन होता है। इसकी वजह से महिलाओं में हॉर्मोनल चेंज होने की संभावना होती है। इसके अलावा धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गर्भवती महिलाओं को चंद्र ग्रहण नहीं देखना चाहिए। क्योंकि इससे शिशु पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है।
प्रजनन क्षमता हो सकता है प्रभावित- चंद्रमा को उर्वरता के प्रतीक के रूप में जाना जाता है। कई मान्यताओं के अनुसार, यह उन महिलाओं के लिए सबसे अच्छा समय होता है जो इस दौरान गर्भवती होने के लिए ओवुलेशन महीने में है।
आंखों पर बुरा असर- ग्रहण को देखने के लिए, हर किसी सनग्लास पहनने की सलाह दी जाती है। माना जाता है कि चंद्र ग्रहण के दौरान नग्न आंखों से देखना सुरक्षित नहीं है। ऐसे में चश्मा पहनकर देखना अधिक सुरक्षित माना जाता है। वैज्ञानिक भी ऐसा मानते हैं कि सूर्य ग्रहण के विपरीत यह हानिकारक साबित हो सकता है।
भोजन हो सकता है खराब- ग्रहण के दौरान कुछ भी खाने के लिए मना किया जाता है। क्योंकि खाने को भी प्रभावित करता है। ऐसे में सलाह दी जाती है कि ग्रहण के दौरान न खाना खाएं और न ही बनाएं। क्योंकि चंद्र ग्रहण होने की वजह से खाना जल्द ही खराब हो जाता है।
पल्स रेट पर पड़ता है असर- कई मान्यताओं के अनुसार चांद का कनेक्शन हमारे शरीर से भी होता है। माना जाता है कि चांद की परिक्रमा हमेशा शरीर पर असर डालती है। लेकिन खगोलीय दृष्टि में हमारा शरीर सूक्ष्म होता है, इसलिए यह बदलाव न्यून रहता है और हम इसे महसूस नहीं कर पाते।