- नाखूनों का नीलापन दर्शाता है ऑक्सीजन की कमी
- लो ब्लड प्रेशर होने पर भी नाखूनों का रंग हो जाता है नीला
- शरीर में कैरेटिन की कमी आने पर बदलता है नाखूनों का रंग
Blueness of Nails: नाखून वैसे तो उंगलियों की शोभा बढ़ाने का काम करते हैं, लेकिन नाखूनों का सिर्फ यही काम नहीं है, ये हमारी सेहत के बारे में भी बताते हैं। दरअसल, नाखूनों का बदलता रंग अलग-अलग बीमारियों के बारे में बताते हैं। यदि किसी के नाखून पीले पड़ रहे हैं तो समझिए उसे पीलिया की समस्या है, वहीं यदि आपके नाखून नीले हो रहे हैं तो ये दिल की बीमारी का संकेत हो सकता है। यदि नाखूनों के रंग में हो रहे इन बदलावों को पहले से ही समझ लिया जाए और जरूरी इलाज किया जाए, तो इस तरह की बीमारियों से बचा सकता है। तो चलिए जानते हैं क्या कहता नाखूनों का नीलापन-
नाखूनों का नीला होना बताता है कि बीमार हैं आप
ऑक्सीजन का संचार न होना
यदि आपके नाखून नीले हो रहे हैं, तो इसका एक कारण ये हो सकता है कि आपके शरीर में ऑक्सीजन का संचार ठीक तरह से नहीं हो रहा है। ऐसे में नाखूनों का नीलापन सांस लेने में दिक्कत, निमोनिया और फेफड़ों में इंफेक्शन आदि का भी संकेत देते हैं।
लो ब्लड प्रेशर
जिन लोगों के नाखूनों का रंग दिन-प्रतिदिन नीला होता जा रहा है, तो इसका एक कारण लो ब्लड प्रेशर की समस्या भी हो सकती है। इसके अलावा नाखूनों पर पड़ने वाले सफेद धब्बे कैल्शियम की कमी को दर्शाते हैं।
खून की कमी
नाखूनों का हल्का गुलाबी रंग अच्छे स्वास्थ्य के बारे में बताता है, लेकिन आपके नाखून यदि गुलाबी की जगह नीले हैं, तो समझिए कि आपके शरीर में मिनरल्स, विटामिन्स की कमी और एनीमिया की समस्या हो सकती है।
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कैसे बदलता है नाखूनों का रंग
दरअसल, नाखून कैरेटिन नामक तत्व से बनते हैं। ऐसे में जब शरीर में इस तत्व की कमी होती है, तो नाखूनों की सतह के प्रभावित होने से नाखूनों को रंग बदलने लगता है, जिससे शरीर में पनप रहे रोगों का संकेत मिलता है।
( डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता।)