- हरा चना फाइबर और मिनिरल्स से भरा होता है।
- छोलिया खाने से वेट और ब्लड शुगर कम होता है।
- हरा चना रोग प्रतिरोधक क्षमता तेजी से बढ़ाता है
नई दिल्ली : ठंड मौसमी सब्जियों का खजाना ले कर आती है। सर्दियों में आने वाली कई सब्जियां न केवल स्वाद में बल्कि सेहत के लिहाज से भी बेहद काम की होती हैं। सर्दियों में आने वाले कई सब्जियां जैसे ब्रोकोली, पालक, मेथी साग, और सरसों के साग शरीर में कई तत्वों की कमी को भी दूर करता है।
ये सब्जियां कम कैलोरी होने के कारण सेहत के लिए भी अच्छा होता है। इन सब में एक सब्जी ऐसी है जिसका स्वाद और सेहत लाभ बहुत है। ये है छोलिया यानी हरा चना। इसे कच्चा खाया जाए या सब्जी या घुघुनी बना कर।
छोलिया हर तरह से ये सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। हरा चना यानी छोलिया प्रोटीन से भरा होता है और इसमें सेच्युरेटेड मैक्रोन्यूट्रिएंट होते हैं। ये मैक्रोनयूट्रिएंट्स ही मांसपेशियों की वृद्धि को बढ़ावा देने के साथ मजबूती भी प्रदान करते हैं।
दिल से लेकर बाल तक रहेगा हेल्दी, ठंड में जरूर खाएं हरे चने
बढ़ाता है रोग प्रतिरोधक क्षमता
विटामिन में समृद्ध ये हरा चना विटामिन ए और सी का सबसे समृद्ध स्रोत है, जो सर्दियों में बेहद महत्वपूर्ण हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इससे संक्रमण और ठंड की आम बीमारियों से बचान होता है। साथ ही ये स्किन के लिए भी बहुत अच्छा होता है।
हरे चने में विटामिन बी 9 यानी फोलेट बहुत होता है और ये मूड स्विंग्स को सही करता है। फोलेट को अवसाद के लक्षणों से लड़ने के लिए जाना जाता है। क्योंकि ठंड में अवसाद बढ़ता है ऐसे में छोलिया खाना इस विकार को दूर करने में मददगार साबित होता है।
वेट लॉस के लिए भी फायदेमंद
हरे चने में फाइबर बहुत होता है इसलिए ये पचने में आसान होता है और पेट को लंबे समय तक भरा भी महसूस करता है। वेट कम करने और डायबिटीज में ये बेहद काम आता है। हरे चने में विटामिन ई भी बहुत होता है और ए भी। ये दोनों विटामिन स्किन और आंखों के लिए बेहद अच्छे होते हैं। हरा चना आंखों के साथ एंटीएजिंग भी होता है।
हरा चना कार्डियोवेस्कुलर डिसीज में भी बहुत फायदेमंद होता है। फाइबर अधिक होने से रक्त धमनियों में कोलेस्ट्रॉल को जमने से रोकता है। इसमें कैलोरी कम होती है इसलिए से खाने से अतिरिक्त वसा शरीर में जमा नहीं होने पाती।