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कोरोना काल में हार्ट अटैक के मामलों में आई 30 प्रतिशत की कमी

Updated Jul 02, 2020 | 09:53 IST

Heart Attack: कोरोना काल के दौरान लोगों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा है लेकिन इस दौरान अच्छी दिनचर्या, भरपूर नींद और खानपान का सकारात्मक असर भी लोगों की जीवन पर पड़ा है।

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Heart attack
मुख्य बातें
  • कोरोना लॉकडाउन के दौरान लोगों के स्वास्थ्य के अन्य पहलुओं पर पड़ा है सकारात्मक असर
  • हार्ट अटैक के मामलो में आई है तीस प्रतिशत की कमी
  • अच्छी दिनचर्या, धूम्रपान में गिरावट और प्रदूषण में कमी का हुआ है सकारात्मक असर

नई दिल्ली: कोरोना वायरस ने पिछले 6 महीने में पूरी दुनिया में ऐसा कहर बरपाया कि लोगों के जीवन का ताना बाना ही छिन्न भिन्न हो गया। लोगों के जीवन का आर्थिक और सामाजिक समीकरण खराब हो गया है। लेकिन कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन का लोगों के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव भी पड़ा है। 

कोरोना काल में पूरी दुनिया में हार्ट अटैक के मामलो में 30 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। इस बात का खुलासा एक वेबनार में हुआ है। दुनियाभर के विशेषज्ञों का मानना है कि लॉकडाउन के दौरान लोगों की दिनचर्या और खान-पान में सुधार और पर्याप्त मात्रा में नींद लेने का असर लोगों के दिल पर पड़ा है। 

एशिया पैसिफिक वैस्कुलर इंटरवेंशन सोसाइटी के संयोजन में कराए गए वेबनार में लोगों के दिल से जुड़ी ये बातें सामने आई हैं। आम तौर पर दिन भर में होने वाली 100 मौतों में तकरीबन 28 प्रतिशत हिस्सेदारी हार्ट अटैक की होती है। हार्ट अटैक के कुल मामलों में से 45 से 50 प्रतिशत साइलेंट हार्ट अटैक के होते हैं। युवा भी अब हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं तकरीबन 1 लाख युवाओं में से 433 को हार्ट अटैक का खतरा है। 

लोगों ने ली भरपूर नींद, अच्छी दिनचर्या का हुआ फायदा
लेकिन कोरोना काल में कई तरह के व्यापक बदलाव घर और घर के बाहर की परिस्थितियो में देखने को मिले। वाहन नहीं चलने के कारण वायु और ध्वनि प्रदूषण में बड़े पैमाने पर गिरावट देखने को मिली। जिसका सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ा। लॉकडॉउन के दौरान लोगों ने घर पर परिवार के साथ वक्त गुजारते हुए पर्याप्त मात्रा में नींद ली और शरीर का आराम दिया।

 लोगों के तनाव में और धूम्रपान की आदत में आई कमी
लॉकडाउन के दौरान लोगों को वर्क प्रेशर कम हुआ और तनाव में कमी आई। घर पर रहने के कारण लोगों के शराब और सिगरेट पीने की आदत में भी गिरावट दर्ज की गई। वहीं घर का खाना लगातार खाने के कारण स्वास्थ्य पर सकारात्म असर विभिन्न पहलुओं पर पड़ा जिससे दिल ने भी बेहतर तरीके से काम करना शुरू कर दिया और दिल के दौरों के मामलों में लगातार कमी आई। 

कोरोना से बचाव के लिए लोगों ने योग और अन्य तरह की घरेलू एक्सरसाइज का खुद को फिट रखने के लिए सहारा लिया। नियमित तौर पर खुद को फिट रखने का फायदा कोरोना में इम्यूनिटी बढ़ाने में तो मिला ही उसके साथ ही हार्ट भी मजबूत हो गया।