- चीन में महामारी बन गया है कोरोनावायरस
- भारत में भी सामने आ रहे हैं मामले
- बच्चों के साथ ज्यादा सावधानी की है जरूरत
कोरोनावायरस का खतरा अब भारत में भी पहुंच गया है। खबर लिखे जाने तक देश में 25 से ज्यादा मामलों की पुष्टि हो चुकी है जिनमें से तीन ठीक भी हो चुके हैं। चीन से दुनिया भर में फैला है ये खतरनाक कोरोना वायरस। मौजूदा आंकड़ों के अनुसार इस वायरस से अब तक दुनिया भर में 3,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 90000 से अधिक लोग संक्रमित हैं। ये वायरस आपसी संपर्क से फैलता है और फिलहाल इसका कोई सटीक इलाज उपलब्ध नहीं है। इसलिए बचाव को लेकर अलर्ट रहने को कहा गया है।
बचाव के खासतौर पर हाथों की सफाई पर ध्यान देना चाहिए। इसके लिए हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें और समय समय पर साबुन और पानी से भी हाथ धोएं। इसी के साथ ही बच्चों को लेकर भी सावधान रहने की जरूरत है।
बच्चों पर कितना है खतरा
बिजनेसइंसाइडर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोनावायरस का अटैक बच्चों पर ज्यादा नजर नहीं आ रहा है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में व्यस्कों की तुलना में बच्चों पर कोरोना का अटैक बड़ा नहीं है। इसकी वजह शायद ये हो सकती है कि जहां से कोरोनावायरस फैला है, वहां बच्चे ज्यादा नहीं जाते हैं। साथ ही बड़े भी इस बात पर सावधान हैं कि बच्चों के पास जाने से पहले वे हाथ धो लें और सफाई की दूसरी बातें भी सुनिश्चित कर लें।
How to save Children from Coronavirus / कैसे रखें बच्चों का ध्यान
कोरोना के केस भारत में आने के बाद आपके मन में भी ये सवाल आ रहे होंगे कि जब बच्चे आसानी से हाथ नहीं धोते और इम्यूनिटी में कमजोर होते हैं तो उनको कैसे बचाया जाए। इस मामले में ये टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं -
- बच्चों को बहलाकर उनके हाथ साफ करें या फिर इसको उनके लिए खेल का ही एक हिस्सा बना दें।
- डाइट में विटामिन सी समेत ऐसी चीजें उनके खाने में शामिल करें, जिससे उनकी इम्यूनिटी यानी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो।
- बाजार और मॉल में उनको अपने साथ न लेकर जाएं। अगर ले जाना भी पड़े तो इसका ध्यान रखें कि वो किसी बीमार व्यक्ति के करीब न जाए और रेलिंग आदि को न छुए।
- जानवरों से बच्चों को दूर रखें। साथ ही कुछ समय के लिए नॉन वेज भी न खिलाएं।
- बाहर से घर पहुंचने पर बच्चों के पास जाने से पहले हाथ मुंह धोकर कपड़े बदल लें।
इसके अलावा अगर आपके बच्चे में फ्लू या वायरस संक्रमण के लक्षण मसलन अचानक बुखार के साथ सांस लेने में तकलीफ, खांसी और जुकाम, निमोनिया जैसे सिम्टम दिखते हैं तो तुरंत उसे डॉक्टर के पास लेकर जाएं।