Side Effect knuckle cracking : उंगलियों को चटकाने की आदत कई बार घबराहट, बोरियत या खालीपन के कारण भी पड़ जाती है। छोटे बच्चे बड़ों को देख कर ऐसा करने लगते हैं। एक बार से दो बार और फिर ये उंगलियों का चटकाना आदत में शामिल हो जाता है। बिना उंगलियां चटकाएं ऐसा लगता है जैसे उंगलियों में भारीपन आ गया हो। लेकिन आपको पता है आपकी ये आदत आपको गंभीर जोड़ों के दर्द यानी गठिया तक का शिकार बना सकती है।
इस कारण होती हैं उंगलियां दर्द की शिकार
हर दो हड्डियों के जोड़ के बीच में एक लिक्विड भरा होता है जो हड्डियों के बेहतर मूवमेंट के लिए जरूरी होता है। ये लिगामेंट साइनोवायल फ्लूइड होता है और ये हड्डियों में एक तरह से ग्रीसिंग का काम करता है, लेकिन जब बार बार उंगलियां चटकाई जाती हैं तो इससे ये लिगामेंट कम होने लगता है और हड्डियां आपस में रगड़ खाने लगती हैं। इससे हड्डियों में काबर्न डाई ऑक्साइड भरने लगता है और धीरे धीरे जोड़ में दर्द शुरू होने लगता है और यही गठिया का कारण बनने लगता है।
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बार-बार खिंचाव से होता है गठिया
बार-बार उंगलियों को चटकाने के लिए उंगलियों में खिंचाव होता है और ये लिगामेंट्स को के सीक्रिशन को इफेक्ट करता है। नतीजा हड्डियों में रगड़ पैदा होने लगती है और लंबे समय बाद आपको ये आर्थराइटिस यानी गठिया का शिकार बना सकती है।
उंगलियों के ज्वाइंट्स सूज जाते हैं
उंगलियां चटकाने से ज्वाइंट्स में सूजन आ जाती हैं जो बार बार चटकाने से गंभीर सूजन और दर्द का कारण बन जाते हैं। उंगलियों को छूने भर से वहां दर्द होने लगता है। सॉफ्ट टिश्यूज में सूजन के कारण आता है। ये ताउम्र दर्द का कारण बन सकता है।
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ऐसे छुड़ाएं ये आदतें
- खुद को बिजी रखना शुरू करें। यानी जब भी हाथ फ्री फील करेंगे आपको आपका हाथ उंगलियों को चटकाने के लिए उत्साहित होगा। ऐसे में आप खुद को बिजी रखें।
- जब भी हांथ उंगलियों को चटकाने की ओर बढ़े आप हाथ में कोई भी चीज ले लें। ताकि आपको याद रहें कि उंगलियों को नहीं चटकाना है।
- एक हफ्ते भी आपने उंगलियों को चटकाने से खुद को रोक लिया तो आपको ये आदत छूट सकती है।
बस कुछ उपाय ओर इच्छा शक्ति के जरिये आप इस उंगली चटकानी जैसी बेकार आदत से आसानी से छुकारा पा सकते हैं।