- हार्मोन्स की कमी बनती है बड़ा कारण
- हार्मोन्स को बढ़ाने में कारगर है घरेलू चीजें
- अल्कोहल, स्मोकिंग और मोबाइल से रहें दूर
यह बात सच है कि एक बच्चे के जन्म के लिए पति-पत्नी दोनों का स्वास्थ्य होना जरूरी है और दोनों के अंदर फर्टिलिटी होनी चाहिए जिससे बच्चे को पैदा किया जा सके। कई मामलों में महिलाओं के अंडे कमजोर होते हैं तो कुछ मामलो में पुरुषों के शुक्राणु। बच्चें के जन्म के लिए अंडे और शुक्राणु का मजबूत होना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही कई अन्य कारण भी होते हैं जिनके कारण बच्चे का सपना पूरा नहीं हो पाता। महिलाओं के अलग और पुरुषों के अलग कारण इसके लिए जिम्मेदार होते हैं। यहां हम पुरषों के उन तीन कारणों के बारे में बताएंगे जिनकी कमी से वे पिता बनने का सपना पूरा नहीं कर पाते। हालांकि ये कमियां ऐसी हैं जिन्हें अपने खानपान और दिनचर्या में सुधार कर सही किया जा सकता है।
पुरुषों के लिए जरूरी है इन बातों पर ध्यान
पुरुष क्योंकि घर से बाहर ज्यादा वक्त गुजारते हैं इसलिए उनके खानपान का तरीका बिगड़ा रहता है। कई बार उनके दिनचर्या में ऐसी चीजें हावी हो जाती है जो सेहत के लिए हानिकारक होती हैं और ये हानिकारक चीजें उनके शुक्राणु को कमजोर करने के साथ उनके फर्टिलिटी हार्मोन्स को भी इफेक्ट करती हैं। इसलिए जरूरी है कि आप अपने खानपान को सुधारने के साथ निकोटिन और अलकोहल की आदत को भी बदल दें। तो जानें कि कौन तीन बड़े कारण हैं जो आपको पापा बनने से रोकते हैं।
टेस्टोस्टेटरॉन हार्मोन्स की कमी
टेस्टोस्टेटरॉन एक ऐसा हार्मोन्स जो पुरुषों में पाया जाता है और ये बेहद महत्वपूर्ण हार्मोन्स होता है बच्चे पैदा करने के लिए। ये ऐसा हार्मोन्स है जो सेक्स की इच्छा ही नहीं पैदा करता बल्कि ये पुरुषों में आंतरिक शक्ति, मासपेशियों को मजबूती, ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देने वाला भी होता है। ये एकाग्रता को बढ़ा कर पुरुषों के अंदर पुरुषत्व की भावना को पैदा करता है। ये शुक्राणुओं को शक्ति देता है और इसी कारण ये बच्चे पैदा करने वाला सबसे महत्वपूर्ण हार्मोन्स माना गया है। लेकिन जब ये हार्मोन्स पुरुषों के शरीर में कम होता है तो कई तरह की समस्याए आने लगती हैं।
टेस्टोस्टेरॉन की कमी के संकेत
पुरुषों में चिड़चिड़ापन, गुस्सा, सेक्स करने की इच्छा न होना, उदासीनता, शारीरिक और मासपेशियों में कमजोरी आदि दिखने लगती है। इसके साथ ही वेट का बढ़ना, दिल की बीमारी होने का खतरा और थकान बने रहने जैसी दिक्कत बढ़ती जाती है।
एस्ट्रोजन हार्मोन्स का कम होना
एस्ट्रोजन हार्मोन्स महिला और पुरुष दोनों में होता है। महिलाओं में ये ज्यादा होता है और पुरुषों में ये कम। महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन्स अंडे बनाने और उसे मजबूती देने के लिए बेहद जरूरी होता है। जबकि पुरुषों में शुक्राणु को पुष्ट बनाने के काम आता है। ये हार्मोन्स फर्टिलाइज हार्मोन माना गया है। लेकिन ये हार्मोन्स कमी से पुरुषों की सेहत पर भी खराब होने लगती है भले ही कम मात्रा में ये पुरुषों में होता है लेकिन इसका असर व्यापक होता है।
हार्मोन्स को बढ़ाने का उपाय
- योग और वाकिंग करना शुरू करें।
- ग्रीन वेज, प्रोटीन युक्त भोजन के साथ अच्छी मात्रा में फाइबर खाएं।
- अलसी,सूरजमूखी और कद्दू के बीज के साथ ही सूखे मेवों खाएं।
- एग, चिकेन और फिश खाएं।
- 7 से 8 घंटे की नींद पूरी करें और तनाव से मुक्त रहें। क्योंकि नींद की कमी आपके हार्मोन्स को असंतुलित कर सकती है।
- चाय, कॉफी, शराब और सिग्रेट से दूर रहे।
- कैल्शियम की कमी भी बनती है जिम्मेदार
पुरुषों में अगर कैल्शियम की कमी हो तो भी पिता बनने की राह में ये रोड़ा साबित होता है। अमेरिकन हेल्थ ऑफ मेडिसिन कि रिपोर्ट में भी यह बात साबित हुई हैं कि जिन पुरुषों में कैल्शियम की मात्रा कम थी उनके शुक्राणु भी कमजोर थे और वे पिता नहीं बन पा रहे थे। कैल्शियम की कमी दूर करने के उपाय
- गेहूँ, बाजरा, रागी, सोयाबीन जैसे अनाज को अपने आहार में रोज शामिल करें।
- दूध और दूध से बने उत्पाद खाएं।
- हरी पत्तेदार सब्जियों के साथ ही मूंग दाल, राजमा, सोयाबीन, चना, मोठ खाएं।
- अरबी के पत्ते, पालक, मैथी, मूली के पत्ते, पुदीना हरा, धनिया, ककड़ी, सेम ग्वारफली, गाजर, भिंडी, टमाटर जितना हो सके खाएं।
- मुनक्का, बादाम, पिस्ता, अखरोट के साथ ही सूरजमूखी और खरबूत- तरबूज और कद्दू के बीज खाएं।
- याद रखें खानपान में सुधार के साथ लाइफस्टाइल सही करके आप अपने हार्मोन्स को बैलेस कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता।