- नवरात्रि का त्योहार देवी दुर्गा की पूजा करने के लिए मनाया जाता है
- इन नौ दिन भक्त देवी मां का प्रसन्न करने के लिए उपवास रखते हैं
- गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को नवरात्रि के व्रत रखते वक्त खास ध्यान रखना चाहिए
चैत्र नवरात्रि 2021 आने वाले हैं और भारतीय लोग बहुत ही उत्साह के साथ इस त्योहार की तैयारी में लगे हुए हैं। नवरात्रि का त्यौहार देवी दुर्गा और उनके नौ अवतारों की नौ दिनों तक पूजा करने के लिए मनाया जाता है। इन शुभ नौ दिनों को चिह्नित करने के लिए भक्त देवी मां का आशीर्वाद पाने के लिए नौ दिनों का उपवास रखते हैं। जबकि नौ दिनों का उपवास कोई भी भक्त द्वारा रख सकता है।
लेकिन गर्भवती महिलाओं को बेहद सावधान रहना चाहिए यह देखते हुए कि यह न केवल मां है बल्कि भ्रूण भी है जिसे भोजन के माध्यम से आवश्यक पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। अपने शरीर को बहुत सारे तरल पदार्थों के साथ अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रखें। इसके अलावा, ताजे फल और पोषक चीजों को भी शामिल करें। प्रेग्नेंसी के दौरान उपवास रखते समय खास ख्याल रखा जाना चाहिए। हमारे विशेषज्ञों द्वारा नवरात्रि के दौरान स्वस्थ उपवास का पालन करने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं।
गर्भवती महिलाओं के लिए नवरात्र के व्रत रखने के टिप्स :
- व्रत रखते समय अपने बॉडी को न केवल पानी से बल्कि अन्य तरल पदार्थों से भी अच्छी तरह हाइड्रेटेड रखें। इससे आपको आवश्यक पोषक तत्व प्रदान होंगे। नारियल पानी, छाछ, मिल्कशेक या दूध और वेजिटेबल स्मूदी पर ज्यादा ध्यान दें।
- किसी भी परिस्थिति में अपने शरीर को भोजन से पूरी तरह से वंचित न रखें। एक स्वस्थ आहार खाना सुनिश्चित करें जिसमें बहुत सारे ताजे फल, हरी सब्जियां, दही या रायता शामिल हों।
- आपको अपना पेट भरना है तो इसका मतलब यह नहीं कि आप कुछ भी खायें। अपने शरीर में डाले जाने वाले पोषक तत्वों की गुणवत्ता पर ध्यान दें न कि मात्रा पर।
- तरल पदार्थ आपकी बॉडी के लिए जरूरी हैं, हालांकि, फिजी ड्रिंक पीने से बचें जो सेहत पर असर डालसकते हैं।
- खीरे का सेवन करें जोकि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के लिए आवश्यक खनिजों से भरपूर होते हैं। शकरकंद भी लें। ये आयरन, बीटा-कैरोटीन और फाइबर से भरपूर होते हैं जो आपको उपवास करते समय तृप्त रखते हैं।
- थोड़े-थोड़े समय बाद कुछ ना कुछ खाते रहें, जिससे आपका पेट खाली न हो।
- उपवास करते समय नमक का ज्यादा सेवन करने से बचें। यहां तक कि अगर आप खाने में सेंधा नमक डालते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप सीमित मात्रा में खा रहे हैं। नमक को काटने से कमजोरी और थकान हो सकती है।
- उपवास के दौरान भूखे रहने से बचें। भूख कमजोरी, अम्लता और सिरदर्द का कारण बन सकती है जो बच्चे पर असर डाल सकती है।
- थकान या कमजोरी के किसी भी संकेत को अनदेखा न करें। आपकी सर्वोच्च प्राथमिकता आपकी और आपके बच्चे की सेहत होनी चाहिए।
बेहतर होगा कि व्रत रखने से पहले आप अपने डॉक्टर से बात करें और खाने पीने की लिस्ट उनसे ले लें। साथ ही बीपी और शुगर टेस्ट भी करा लें।