- 13 अप्रैल को है प्रतिपदा, इस दिन से शुरू हो रही है चैत्र मास की नवरात्रि।
- नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा के नौ अवतारों की होती है पूजा।
- नवरात्रि में नियम अनुसार करनी चाहिए मां दुर्गा की पूजा, मिलता है पूर्ण फल।
सनातन धर्म में नवरात्रि का पर्व बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। मां जगदंबे के भक्तों के लिए यह 9 दिन बहुत विशेष होते हैं। नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है। इन दिनों मां दुर्गा को समर्पित मंदिरों को सुसज्जित किया जाता है तथा जागरण आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 13 अप्रैल से प्रारंभ हो रही है। नवरात्रि के साथ इस दिन गुड़ी पड़वा भी है।
इतना ही नहीं, इस दिन से विक्रम संवत 2078 भी प्रारंभ हो रहा है। मार्कंडेय और देवी पुराण में यह उल्लेख किया गया है कि नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा की पूजा विधि अनुसार करना चाहिए। कहा जाता है कि जो भक्त इन 9 दिनों में मां दुर्गा की पूजा विधि अनुसार नहीं करता है उसे नवरात्रि का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है।
अगर आप भी नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा की पूजा-उपासना करना चाहते हैं तथा उन्हें प्रसन्न करना चाहते हैं तो इस लेख को पढ़िए और विधि अनुसार मां दुर्गा की पूजा कीजिए।
नवरात्रि व्रत पूजा विधि : जानिए नवरात्रि के 9 दिनों में कैसे करनी चाहिए मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा।
नवरात्र के पहले दिन ऐसे लें संकल्प
नवरात्रि का पहला दिन बहुत विशेष होता है क्योंकि इस दिन घट स्थापित किया जाता है। नवरात्रि के पहले दिन प्रातः काल उठकर नित्य क्रिया से निवृत्त हो जाइए और स्नान आदि करके अपने पूजा घर को साफ-सुथरा कर लीजिए। अब अपने दाएं हाथ में फूल सुपारी चावल तथा सिक्का लेकर मां दुर्गा के सामने व्रत और उपवास करने का संकल्प लीजिए।
आप चाहें तो किसी ब्राह्मण को बुलवाकर भी उपवास और संकल्प ले सकते हैं। संकल्प लेने के बाद मां दुर्गा के चरणों में जल अर्पित कीजिए।
नवरात्र के 9 दिनों में ऐसे करें पूजा
नवरात्रि के 9 दिनों में व्रत रखने वाले भक्तों को सुबह जल्दी उठकर नित्य क्रियाओं से निवृत्त होकर तथा घर की सफाई करके पूजा की तैयारी करनी चाहिए। जब घर की सफाई हो जाए तो गोमूत्र और गंगाजल का छिड़काव अवश्य करना चाहिए। इसके बाद नवरात्रि का दिन मां दुर्गा के जिस स्वरूप को समर्पित है उनकी पूजा करनी चाहिए। पूजा करने से पहले पानी और दूध से मां को स्नान करवाइए।
अब चंदन, अक्षत, कुमकुम, फूल तथा अन्य सुगंधित चीजों से मां की पूजा कीजिए तथा पूजा के बाद भोग लगाइए। नवरात्रि के पहले दिन जलाए गए दीपक में घी या तेल डालिए और उसे 9 दिनों तक लगातार जलने दीजिए। सुबह और शाम को माता जी की पूजा करने के बाद आप मल्हार कर सकते हैं।