- स्लीप एपनिया ड्रिपेशन का भी बढ़ा सकती है जोखिम
- कैंसर के खतरे को बढ़ा सकती है ये समस्या
- कई बार जेनेटिक भी हो सकती है ये समस्या
Sleep Apnea: कुछ लोगों को रात को सोते समय बेचैनी होना और सांस न आने की दिक्कत हो जाती है। ऐसे में नींद पूरी नहीं हो पाती है। मेडिकल की भाषा में इस समस्या को स्लीप एपनिया कहते हैं। एक रिसर्च के मुताबिक, पूरी दुनिया में इस बीमारी से करीब एक अरब लोग पीड़ित हैं। कई बार जिन लोगों को सांस न आने की समस्या होती है, उनकी जान भी जाने का खतरा रहता है। इस तरह के लोगों को टाइप-2 डायबिटीज और दिल की बीमारी होने का भी खतरा रहता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं स्लीप एपनिया से होने वाले जोखिम के बारे में, आइए जानते हैं-
किन लोगों को होता है स्लीप एपनिया का खतरा
एक रिसर्च के मुताबिक, स्लीप एपनिया एक बहुत ही खतरनाक समस्या है, जिसमें सांस आनी पूरी तरह से बंद हो सकती है। कुछ लोगों में ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया विकसित होने की संभावना ज्यादा होती है, यदि वह शराब, सिगरेट का सेवन करता है और मोटापे का शिकार है, तो इस बीमारी के बढ़ने का खतरा और अधिक बढ़ जाता है। पुरुषों और बूढ़े लोगों में ये समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। कई बार ये बीमारी जेनेटिक भी हो सकती है।
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क्यों खतरनाक है स्लीप एपनिया
यह बीमारी किसी व्यक्ति के लिए भी बहुत खतरनाक साबित हो सकती है। दरअसल, नींद पूरी न होने पर अक्सर लोगों को सुबह उठकर थकान महसूस होती है। इससे कई बार सिरदर्द के साथ-साथ डिप्रेशन की समस्या भी देखने को मिलती है।
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स्लीप एपनिया इन समस्याओं को बढ़ा सकता है
स्लीप एपनिया से न केवल नींद प्रभावित होती है, बल्कि कई अन्य प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं भी बढ़ सकती हैं। कुछ शोधों में पता चला है कि स्लीप एपनिया कैंसर के बढ़ते जोखिम, मेंटल हेल्थ की अंसतुलन और रक्त के थक्कों से जुड़ी समस्याओं को बढ़ा सकती है।
( डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)