वाशिंगटन: एक नए अध्ययन में पता चला है कि ऐसे पूरक आहार जिनमें विटामिन सी और विटामिन डी होता है वह कोविड-19 जैसे विषाणु जनित संक्रमणों और श्वसन तंत्र से जुड़ी अन्य बीमारियों से लड़ने के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में प्रभावी भूमिका निभा सकते हैं। ‘न्यूट्रिएंट्स’ जर्नल में यह अध्ययन प्रकाशित हुआ है।
अमेरिका के ओरेगन स्टेट विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एड्रियन गोम्बार्ट के अनुसार पूरी दुनिया में एक साल में श्वसन तंत्र के गंभीर संक्रमण से 25 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है। उन्होंने कहा कि इसबीच बहुत सारे आंकडें हैं जो ये दिखाते हैं कि अच्छा पोषण रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाता है। एक समाज के तौर पर हमें ये संदेश अन्य सामान्य किन्तु महत्वपूर्ण संदेशों के साथ आगे बढ़ाने का काम करना चाहिए।उन्होंने कहा कि खास तरह के विटामिन,मिनरल्स और फैटी एसिड्स शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
शोधकर्ताओं के अनुसार विटामिन सी, विटामिन डी, ज़िंक और मछलियों में पाया जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड और डीएचए खासतौर पर प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने और उसके काम करने के लिए आवश्यक हैं। इस शोध में ब्रिटेन में साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय, न्यूजीलैंड के ओटागो विश्वविद्यालय और नीदरलैंड के विश्वविद्यालय चिकित्सा केंद्र के शोधकर्ताओं ने भाग लिया था। गोम्बार्ट कहते हैं कि विटामिन सी और विटामिन डी की प्रतिरोधक क्षमता में भूमिका के बारे में सभी जानते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रतिरोक क्षमता को ध्यान में रख कर दिया जाना वाला पोषण अनेक प्रकार के संक्रमणों के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोरोना वायरस से बड़ी संख्या में लोगों की सांस लेने में तकलीफ के कारण मौत होने से यह स्पष्ट है कि हम जो कर रहे हैं वह पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि हम स्वास्थ्य अधिकारियों को उनके तरकश में पोषण संबंधी रणनीतियों को भी शामिल करने की सलाह देते हैं।