लखनऊ: कोरोना से लड़ाई में सभी अपना योगदान दे रहे हैं चाहें वो डॉक्टर्स हों या मेडिकल कर्मी, कोरोना वारियर्स हों या पुलिस सभी इस महामारी से लड़ने में जुटे हैं, वहीं तकनीक की मदद भी इस लड़ाई में अहम है जिससे इस संकट में खासी मदद मिल रही है, इसी क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार चिकित्सा सेतु' एप लाई है जो कोविड-19 से निपटने में सहायता करेगा।
इस एप को आइएएस प्रशांत शर्मा ने केजीएमयू लखनऊ व नेशनल इंस्टीट्यूट आफ स्मार्ट गवर्नेंस हैदराबाद की मदद से तैयार किया है।ये एप कोरोना के इलाज में लगे कोरोना वॉरियर्स डॉक्टर्स, पैरामेडिकल व नर्सिंग स्टाफ, सफाई कर्मियों व कर्मचारियों आदि के लिए खासतौर पर तैयार किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चिकित्सा शिक्षा विभाग के मोबाइल एप 'चिकित्सा सेतु' का लोकार्पण किया, बताते हैं कि ये मोबाइल एप देश का पहला चिकित्सक प्रशिक्षण एप है।
इस एप में छोटे वीडियो क्लिप्स के माध्यम से कोरोना महामारी से बचाव, PPE Kit, N-95 मास्क का प्रयोग, संक्रमित मरीजों को शिफ्ट करने के सम्बन्ध में बेहद काम की जानकारियां दी गई है।
मुख्यमंत्री योगी ने चिकित्सा शिक्षा विभाग की सराहना करते हुए कहा कि कोविड-19 के संक्रमण से बचाव सम्बन्धी प्रशिक्षण एप की जरूरत महसूस की जा रही थी। कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार में मेडिकल इंफेक्शन एक महत्वपूर्ण कारक है। उन्होंने उम्मीद जताई कि ये एप कोरोना वॉरियर्स को संक्रमण से बचाने में सहायक होने के साथ ही, कोविड-19 की चेन तोड़ने में भी उपयोगी सिद्ध होगा।
सीएम योगी ने कहा कि कोरोना वायरस कोविड-19 को रोकना एक अदृश्य शत्रु के विरुद्ध संघर्ष है, कोविड-19 के विरुद्ध संघर्ष की शुरुआत में सेनिटाइजर, पीपीई किट, एन-95 मास्क का अभाव था, किन्तु आज इन सभी सामग्री में देश आत्मनिर्भर है वहीं प्रदेश के सभी जनपदों में एल-1 और एल-2 अस्पताल स्थापित किए जा चुके हैं। साथ ही, आक्सीजन व वेंटीलेटर्स की भी व्यवस्था की गई है।
गौरतलब है कि भारत सहित दुनियाभर में कोरोना वायरस की दहशत बढ़ती ही जा रही है। इसके संक्रमण के खतरे से बचने के लिए लॉकडाउन की अवधि को लगातार बढ़ाया जा रहा है, भारत में 3000 से भी ज्यादा लोगों की जानें ले ली है इसके अलावा 1 लाख से भी अधिक लोगों को अब तक संक्रमित कर चुका है।