Vaginal Discharge in Pregnancy : प्रेग्नेंसी में वजाइनल डिस्चार्ज होना एक आम बात है लेकिन यह खतरे का संकेत भी हो सकता है। गायनाकॉलजिस्ट डॉ ममता कुमार बताती हैं कि प्रेग्नेंट लेडी हर बात जल्दी डॉक्टर से शेयर नहीं करती। इसमें वजाइनल डिस्चार्ज भी आता है।
आम तौर पर महिलाओं को ऐसे डिस्चार्ज होते हैं जो कि सामान्य होते हैं लेकिन वाइट कलर के डिस्चार्ज को प्रेग्नेंसी में बिलकुल भी इग्नोर नहीं करना चाहिए। आइये जानते हैं प्रेग्नेंसी में किन कारणों से होता है वजाइनल डिस्चार्ज :
प्रेग्नेंसी में वेजाइनल इंफेक्शन से हो सकता है बड़ा नुकसान
यूटराइन ब्लीडिंग : कई बार यूटरस के आसपास में ब्लीडिंग होती है और रुक जाती है। लेकिन ब्लड क्लॉट के रूप में ये धीरे-धीरे बाहर आता है। जब ये बाहर आता है तो पुराना ब्लड होने के कारण ये गहरे रंग का और थक्का के साथ निकलता है। हालांकि ये नार्मल डिस्चार्ज हो सकता है लेकिन इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ये बात अपने डॉक्टर को जरूर बताना चाहिए।
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एस्ट्रोजेन का लेवल हाई होना : कई बार प्रेग्नेंसी में एस्ट्रोजेन का लेवल ज्यादा हो जाता है। इसके कारण यूटरेस में ब्लड सप्लाई बढ़ जाती है और इसके कारण वेजाइना में डिस्चार्ज होने की मात्रा बढ़ जाती है।
वेजाइनल प्रोजेस्टेरॉन : कई बार प्रेग्नेंसी में महिलाओं को प्रोजेस्टेरॉन दिया जाता है ताकि उनके यूटेरस की पतली लाइन का कवर तैयार हो सके और उनकी प्रिग्नेंसी रुक सके। ये दवा महिलाओं को ही दिया जाता है जिनके यूटरेस की थैली कमजोर या छोटी होती है। प्रोगेस्टरॉन कई बार एब्जॉर्ब नहीं हो पाता और वह वेजाइना के रास्ते से बाहर आने लगता है।
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म्यूकस : प्रेग्नेंसी के अंतिम महीनों में स्किन कलर या चिपचिपा सा होना वाला डिस्चार्ज म्यूकस के कारण होता है। दरअसल ये लक्षण है कि डिलेवरी का वक्त नजदीक आ गया है।
बायोकेमिकल प्रेग्नेंसी : इस तरह के डिस्चार्ज की वजह अर्ली मिसकेरेज का साइन हो सकता है। ऐसा भी होता है कि प्रेग्नेंसी में यूरिन टेस्ट से प्रेग्नेंसी तो प्रूफ हो जाती है लेकिन जब अल्ट्रासाउंड होता है तो उसमें प्रेग्नेंसी नहीं दिखती। ऐसे में पिंक कलर का डिस्चार्ज कई बार अर्ली मिसकेरेज का साइन होता है। ऐसे में डॉक्टर को इस बारे में जरूर बताना चाहिए ताकि इसकी जांच अच्छे तरीके से हो सके।
वेजाइनल इंफेक्शन : अगर वेजाइना से होने वाला डिस्चार्ज में बदबू हो या इसकी स्मेल कुछ अजीब सी लगे तो समझ लीजिए कि ये वेजाइनल इंफेक्शन है।अगर आपको इचिंग के साथ परेशानी भी हो रही हो तो इसे तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। वेजाइना से होने वाला नार्मली डिस्चार्ज सफेद,साफ और पतला होता है। उसमें बदबू नहीं होती।
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