- रिपोर्ट के मुताबिक हफ्ते दर हफ्ते बदल रहे कोरोना के लक्षण।
- कोरोना का अब नया रुप सामने आया है, इसे लॉन्ग टर्म कोरोना कहा जा रहा है।
- जानें क्या हैं लॉन्ग टर्म कोरोना के लक्षण।
नई दिल्ली: कोरोना का कहर एक बार फिर देश में बढ़ने लगा है। एक बार फिर कोरोना संक्रमण का ग्राफ बढ़ने लगा है। पिछले कई दिनों से कोरोना वायरस के रोजाना मामलों में बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना का भयावह प्रकोप देश को एक बार फिर डरा रहा है।
हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है कि कोविड के प्रकोप से उबरने के बाद भी इसके लक्षण हफ्तों महीनों तक मौजूद रहते हैं। एनआईसीई (NICE) यानी National Institute for Health and Care की एक रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना के एक रुप का पता चला है।
लॉन्ग टर्म कोविड ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति के वायरस के प्रकोप से निपटने और निगेटिव रिजल्ट आने के बाद भी लक्षण हफ्तों-महीनों तक बने रहते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं ये लक्षण क्या होता है।
12 हफ्ते से अधिक देखे जा रहें हैं लक्षण
नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ एंड केयर (एएनआईसी) की एक रिपोर्ट के मुताबिक कोविड मरीजों में निगेटिव रिजल्ट यानि इसके प्रकोप से बाहर निकलने के बाद भी उनमें 12 सप्ताह से अधिक दिनों तक कोरोना के लक्षण देखे जा रहे हैं। दूसरी तरफ ऑफिस फॉर नेशनल स्टेस्टिक्स (ओएनएस) की एक रिसर्च के अनुसार प्रत्येक 10 मरीजों में से एक में 12 सप्ताह या उससे अधिक दिनों तक कोरोना के लक्षण दिखाई देते हैं।
कोविड संक्रमितों में देखे जा रहे 100 से अधिक लक्षण
एक रिपोर्ट के अनुसार कोरोना संक्रमितों में दीर्घकालिक कोविड लक्षण सप्ताह औऱ महीनों में अलग-अलग दिखाई दे सकते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक 5163 ऐसे लोगों से बात की गई जो लंबे समय से बीमार चल रहे थे। जिसमें 75 फीसदी से ज्यादा लोग कोविड पाजिटीव पाए गए या फिर लक्षणो के आधार पर डॉक्टकों ने डायग्नोस किया। शोध के मुताबिक रोगियों को लॉन्ग कोविड के प्रकोप के दौरान 100 से अधिक लक्षणों का सामना करना पड़ा है। हालांकि ये सभी जरूरी नहीं है कि कोविड से जुड़े लक्षण ही हो । एक्सपर्ट्स का कहना है कि दोनों की पुष्टि के लिए अधिक शोध की आवश्यकता है।
हफ्ते 10 दिन में कुछ इस तरह बदल रहे हैं लक्षण
इंडियाना यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में एसोसिएट रिसर्च प्रोफेसर नताली लैंबर्ट के अनुसार कोरोना के शुरुआती फ्लू के दौरान संक्रमितों में थकान, सिर दर्द, बुखार या ठंड लगना, उल्टी दस्त होना जैसे सामान्य लक्षण सामने आते हैं। लेकिन हफ्ते 10 दिन बाद यह अपना भयावह रूप लेता जाता है जिसके बाद कंफ्यूजन, ब्रेन फॉग, जोड़ों में दर्द ऑक्सीजन में कमी यानि सांस लेने में दिक्कत जैसी स्थित पैदा हो जाती है।
15 दिन बाद हाई लो ब्लड प्रेशर, हर्ट रेट का बढ़ना बेहोश होने की स्थिति होना, चक्कर आना आदि लक्षण देखे जाते हैं। साथ ही 21 दिन बाद संक्रमितों में असामान्य लक्षण जैसे मुंह में छाले , आंखे लाल हो जाना यानि आंखो में संक्रमण त्वचा संबंधी रोग आदि देखे जाते हैं।