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Norovirus Infection: जानलेवा नोरोवायरस ने भारत में दी दस्तक, जानें क्या है इसके लक्षण व बचाव

Updated Jun 07, 2022 | 09:00 IST

Norovirus In India: नोरोवायरस ने भारत में दस्तक दे दी है। यह एक जानलेवा वायरस है। केरल में दो बच्चे नोरावायरस की चपेट में आ गए हैं। यह बीमारी बहुत संक्रामक है। केरल के स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक नोरोवायरस का इलाज हो सकता है और इसे फैलने से भी रोका जा सकता है।

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तस्वीर साभार:&nbspInstagram
What Is Norovirus
मुख्य बातें
  • नोरोवायरस से केरल में दो बच्चे संक्रमित मिले हैं
  • नोरोवायरस रोटावायरस की तरह है
  • नोरोवायरस दूषित पानी और खराब भोजन से फैलता है

Symptoms Of Norovirus: कोरोनावायरस अभी खत्म नहीं हुआ कि भारत में एक और वायरस ने दस्तक दे दी है। कोरोनावायरस के कई वेरिएंट के बीच नए वायरस नोरोवायरस के केरल में दो मामलों ने हड़कंप मचा दिया है। नोरोवायरस से केरल में दो बच्चे संक्रमित मिले हैं। तिरुवंतपुरम के एक स्कूल में फूड प्वाइजनिंग और डायरिया की शिकायत मिलने के बाद दो बच्चों का सैंपल लिया गया। जिसमें जांच में नोरोवायरस की पुष्टि हुई है। नोरोवायरस रोटावायरस की तरह है। यह वायरस दूषित पानी और खराब भोजन से फैलता है। इस वायरस के खतरे से बचने के लिए साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना पड़ता है और संक्रमित व्यक्ति से दूरी भी बनानी पड़ती है। केरल में नोरोवायरस का पहला मामला नवंबर 2021 में सामने आया था। इस वायरस का मुख्य लक्षण उल्टियां और दस्त है। आइए जानते हैं क्या है नोरोवायरस? इसके लक्षण व बचाव के बारे में...

क्या है नोरोवायरस

अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी सीडीसी के अनुसार नोरोवायरस एक खतरनाक वायरस है। इस वायरस से किसी भी उम्र का कोई भी व्यक्ति संक्रमित हो सकता है। यह एक बहुत ही संक्रामक वायरस है। इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति दोबारा भी संक्रमित हो सकता है क्योंकि यह वायरस कई प्रकार के होते हैं। नोरोवायरस से संक्रमित व्यक्ति की इम्युनिटी सिस्टम एकदम से कम होने लगती है। इस वायरस को पहले नॉरवॉक वायरस के रूप में जाना जाता था। इस वायरस की पहचान 1968 में एक प्रकोप के बाद की गई थी। उस समय के दौरान, 98% संक्रमित व्यक्तियों ने शिकायत की थी। जिसमें मतली की, 92% उल्टी, 58% को पेट में ऐंठन, 52% को सुस्ती, 38% को दस्त और 34% को बुखार की शिकायत थी।

कैसे फैलता है नोरोवायरस 

नोरोवायरस एक संचारी रोग है। यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति के सीधे संपर्क में हैं जो नोरोवायरस से संक्रमित है, तो आपको यह वायरस पकड़ने की अधिक संभावना है। यह वायरस स्वस्थ व्यक्ति में दूषित भोजन, जल या संपर्क या कीटनाशकों, दूषित सतहों या वस्तुओं को छूने और फिर चेहरे को छूने या बिना धोए एक ही हाथ से कुछ खाने से भी वायरस आपके शरीर मं पहुंचता है। 

नोरोवायरस के लक्षण

नोरोवायरस को कई बार 'स्टमक फ्लू' या 'स्टमक बग' भी कहा जाता है। इस वायरस के लक्षण है- उल्टी, दस्त, पेट में ऐंठन, ठंड लगना, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द। वायरस के संपर्क में आने के 12 घंटे के भीतर लक्षण दिखाई दे सकते हैं और 1-2 दिन बाद भी आ सकते हैं।

ऐसे करें बचाव

नोरोवायरस से संक्रमित होने पर व्यक्ति दो से चार दिन में ठीक हो सकता है। इससे संक्रमित होने पर व्यक्ति डिहाइड्रेशन की समस्या से जूझ सकता है। इस संक्रमण की चपेट में आने के बाद व्यक्ति को यूरीन कम होता है, इसलिए ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी पीना चाहिए व तरल पदार्थ लेना चाहिए। कई मामलों में नोरोवायरस की चपेट में आने के बाद व्यक्ति को अस्पताल में भी एडमिट होना पड़ता है। ऐसे में नसों के जरिए लिक्विड डाला जाता है। इसलिए इसके लक्षण मिलते ही ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करना शुरू कर देना चाहिए।

(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)