- बच्चे को दूध पिलाने से हड्डियां होती हैं प्रभावित
- डिलावरी के बाद कमजोर हो सकती हैं हड्डियां
- कैल्शियम की पूर्ति के लिए पिएं दूध
Calcium After Delivery: गर्भावस्था के दौरान महिला को बहुत से पोषक तत्वों की जरूरत होती है, इसके लिए पौष्टिक खाना बहुत जरूरी होता है। दरअसल, बच्चे के विकास और मां के स्वास्थ्य के लिए हेल्दी खाना और पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में चाहिए होते हैं। सेहत के लिए जरूरी पोषक तत्वों में से कैल्शियम भी एक मुख्य पोषक तत्व है, जिसकी प्रेग्नेंसी के टाइम भी और प्रेग्नेंसी के बाद भी बहुत जरूरत होती है। अगर डाइट में कैल्शियम की कमी हो जाए, तो इससे हड्डियां कमजोर होने के साथ-साथ कई अन्य तरह की समस्याएं भी हो सकती हैं। तो चलिए जानते हैं कि डिलीवरी के बाद भी कैल्शियम जरूरी क्यों होता है। आइए आजनते हैं-
डिलीवरी के बाद महिलाएं को क्यों होती है कैल्शियम की जरूरत
ब्रेस्ट फीडिंग और बोन हेल्थ
डिलीवरी के बाद जब मां अपने बच्चे को स्तनपान कराती है, तो इससे हड्डियां काफी प्रभावित होती है। दरअसल, स्टडी के अनुसार जब मां अपने बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग कराती हैं, तो इससे हड्डियों का मास 3-5 प्रतिशत तक कम हो जाता है। ऐसे में हड्डियों के कमजोर होने की संभावना होती है। इसलिए पोस्ट डिलीवरी भी पौष्टिक आहार लेने की जरूरत होती है।
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हड्डियों को इस तरह रखें हेल्दी
हड्डियों को हेल्दी रखने के लिए कैल्शियम युक्त आहार लेने की जरूरत होती है। इसके लिए डाइट में कैल्शियम से भरपूर, जैसे-दूध, दही और चीज का इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही ऐसी सब्जियां और फलों का सेवन करें, जिनमें विटामिन डी भरपूर मात्रा में मौजूद हो।
इन सब्जियों का करें सेवन
जो महिलाएं प्रेग्नेंट हैं या फिर नई मां बनी हैं, तो उन्हें अपनी डाइट में हरी सब्जियों को शामिल करना चाहिए। इसके लिए वह ब्रोकली, कलर्ड ग्रीन, कैन्ड सर्डिन, हड्डियों के साथ सैल्मन और कुछ फलों जैसे संतरे, जूस आदि का सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा यदि आपको फिर भी पूरी तरह से प्रचुर मात्रा में कैल्शियम नहीं मिल पा रहा है, तो आप कैल्शियम के सप्लीमेंट्स का भी सेवन भी कर सकती हैं।
( डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)