- सरकार ने आठ जून से कई तरह की पाबंदियों में ढील दी है
- 8 जून से धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति भी मिली है
- इसके अलावा होटल्स और रेस्टोरेंट भी खोले जाएंगे
नई दिल्ली: हाल में हुए एक सर्वेक्षण में भाग लेने वाले 50 प्रतिशत से अधिक लोगों का कहना है कि वे आठ जून से धार्मिक स्थान खुलने के बाद भी कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए इन स्थलों में नहीं जाएंगे। केंद्र ने 30 मई को कहा था कि आठ जून से देश में ‘अनलॉक-1’ के तहत लॉकडाउन में ढील दी जाएगी और शॉपिंग मॉल, रेस्तरां एवं धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति दी जाएगी, लेकिन संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों में 30 जून तक कड़े प्रतिबंध लागू रहेंगे।
'सामाजिक दूरी बनाए रखना मुश्किल'
सोशल मीडिया मंच ‘लोकल सर्किल्स’ के सर्वेक्षण में यह पता लगाने की कोशिश की गई कि लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद जब विभिन्न सार्वजनिक स्थल खुलेंगे तो लोग वहां जाने के इच्छुक होंगे या नहीं। सर्वेक्षण ने कहा, ‘धार्मिक स्थल खुलने बाद वहां जाने की इच्छा के संबंध में पूछे गए प्रश्न का 8,681 लोगों ने उत्तर दिया। इनमें से 57 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे आगामी 30 दिन तक इन स्थलों पर जाने से बचेंगे क्योंकि यहां सामाजिक दूरी बनाए रखना मुश्किल है और इससे संक्रमण फैलने का खतरा है।’
सर्वेक्षण के अनुसार, ‘32 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे इन स्थलों पर जाएंगे जबकि 11 प्रतिशत लोग इसे लेकर अनिश्चित थे।’ सर्वेक्षण में बताया गया कि होटलों में जाने के संबंध में पूछे गए प्रश्न का 8, 616 लोगों ने उत्तर दिया। केवल 10 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे आगामी 30 दिन में इन स्थलों पर जाएंगे जबकि 81 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे कम से कम एक महीने तक होटल नहीं जाएंगे।
'आगामी एक माह में रेस्तरां नहीं जाएंगे’
सर्वेक्षण में बताया गया, ‘शहर के पसंदीदा रेस्तरां में जाने की इच्छा रखने के संबंध में पूछे गए प्रश्न का 8,459 लोगों ने उत्तर दिया जिनमें से करीब 74 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे आगामी एक माह में रेस्तरां नहीं जाएंगे।’ सर्वेक्षण के अनुसार मॉल खुलने के बाद वहां जाने की इच्छा रखने के संबंध में पूछे गए सवाल का 8,354 लोगों ने जवाब दिया। इसका 70 प्रतिशत लोगों ने नहीं में जवाब दिया, जबकि 21 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे मॉल जाएंगे और नौ प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे इस बात को लेकर निश्चित नहीं हैं।