झज्जर: टिकरी बॉर्डर पर किसान आंदोलन स्थल से कुछ किलोमीटर की दूरी पर पंजाब के एक वकील ने रविवार को कथित तौर पर जहर खाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि पंजाब के फाजिल्का जिले के जलालाबाद निवासी अमरजीत सिंह को रोहतक के पीजीआईएमएस ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सिंह ने कथित तौर पर अपने सुसाइट नोट में लिखा कि वह केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में अपनी जान दे रहे हैं ताकि सरकार जनता की आवाज सुनने के लिए विवश हो सके।
सिंह ने लिखा कि तीन 'काले' कृषि कानूनों के चलते मजदूर एवं किसान जैसे आम आदमी 'ठगा' हुआ महसूस कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि वह 18 दिसंबर की तारीख वाले इस सुसाइड नोट की प्रामाणिकता की जांच कर रही है।
झज्जर जिले के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, 'मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है ओर उनके आने पर बयान दर्ज करने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।' उन्होंने बताया कि इस घटना के बारे में उन्हें अस्पताल प्रशासन ने सूचित किया था।
उल्लेखनीय है कि पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश के अलावा कई अन्य राज्यों के हजारों किसान तीन नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं।