- कश्मीरी पंडितों के दर्द पर पॉलिटिक्स क्यों? केजरीवाल को अनुपम खेर ने दिया जवाब
- आखिर केजरीवाल की 'कश्मीर फाइल्स' को झूठा बताने की मजबूरी क्या रही
- अरविंद केजरीवाल ने सदन में कश्मीर फाइल्स को बताया था झूठी फिल्म
Arvind Kejriwal on The Kashmir Files: कश्मीर में हिंदुओं पर जुल्म, कश्मीरी पंडितों की बर्बर हत्याएं और उनके पलायन की सच्ची कहानी बयां करती फिल्म कश्मीर फाइल्स ने हिंदुस्तान को झकझोर कर रख दिया है। जिनसे ज्यादती हुई..वो बीते 32 साल से अंतहीन टीस तो महसूस कर ही रहे थे लेकिन जिन्होंने कश्मीर पंडितों की सिसकियां सिर्फ कहानियों में सुनी थी..उन्हें भी अब सिल्वर स्क्रीन के जरिए उस तड़प का अहसास हो चला है। लेकिन अफसोस ये कि फिल्म कश्मीर फाइल्स पर पॉलिटिक्स भी जमकर हो रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा के अंदर इस फिल्म को लेकर जो कहा उसने सोशल मीडिया से सड़क तक उबाल ला दिया है।
केजरीवाल ने कहा क्या?
उसे आप यहां वीडियो में सुन सकते हैं। केजरीवाल ने कहा, 'ये पोस्टर भी नहीं लगवाएंगे झूठी फिल्मों के और जो भी करना हो कम से कम यार ये पिक्चर का प्रमोशन करना तो बंद कर दो गंदे लगते हो तुमलोग अच्छी शोभा नहीं देता आपलोगों को। यार आप अच्छे आदमी हो कुछ करने आए थे राजनीति में कहां पिक्चर के पोस्टर और प्रमोशन करने में लगा दिया। कह रहे हैं कश्मीर फाइल्स टैक्स फ्री करो, अरे यूट्यूब पर डाल दो फ्री-फ्री हो जाएगी टैक्स फ्री क्यों करा रहे हो? इतना ही तुमको शौक है विवेक अग्निहोत्री को बोलो यूट्यूब पर डाल देगा। सारी पिक्चर फ्री है, सारे जने देख लेंगे, एक ही दिन के अंदर टैक्स फ्री की क्या जरूरत है?'
अनुपम खेर का जवाब
केजरीवाल के बयान पर फिल्म के एक्टर और कश्मीरी पंडित अनुपम खेर ने जवाब दिया है। टाइम्स नाउ नवभारत की एडिटर इन चीफ नाविका कुमार ने हमारे स्पेशल शो फ्रैंकली स्पीकिंग में अनुपम खेर से सवाल किया तो उनका दर्द और गुस्सा छलक उठा। ऐसा नहीं है कि केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में किसी एक फिल्म को टैक्स फ्री किया हो..वो खुद फिल्मों के बड़े शौकीन हैं..कई फिल्मों को दिल्ली में टैक्स फ्री कर चुके हैं। ऐसे में सोशल मीडिया यूजर्स केजरीवाल के पुराने ट्वीट के जरिए उनके खिलाफ नाराजगी का इजहार कर रहे हैं
सोशल मीडिया पर भड़ास निकाल रहे हैं लोग
ट्विटर यूजर्स ने #KejriwalExposed और #KejriwalHatesKPs ट्रेंड के जरिए अपनी भड़ास निकाली. तो बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर नारेबाजी की..पुतला जलाया। सियासत में सहूलियत के मुद्दे का समर्थन और विरोध कोई नई बात नहीं है..लेकिन अपनी ही मिट्टी से पलायन की पीड़ा झेल रहे कश्मीरी पंडितों पर बनी फिल्म को झूठा करार देना..वो भी अरविंद केजरीवाल जैसे नेता की तरफ से..समझ से परे है।