- गर्भवती हाथिनी की मौत के मामले में बीजेपी नेता मेनका गांधी के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
- 15 वर्षीय गर्भवती हाथिनी की मौत के मामले में मलप्पुरम जिले को बदनाम करने का आरोप
- कांग्रेस सहित 6 अन्य संगठनों ने दर्ज कराई है प्राथमिकी
तिरुवनंतपुरुम: केरल में एक गर्भवती हाथी की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है 15 वर्षीय गर्भवती हथिनी की मौत के मामले में बीजेपी नेता मेनका गांधी के खिलाफ छह संगठनों द्वारा एफआईआर दर्ज की गई है। मेनका गांधी पर मलप्पुरम जिले को बदनाम करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए यह प्राथमिकी दर्ज की गई है। शिकायत को कांग्रेस, युवा लीग और अन्य तीन संगठन द्वारा दर्ज कराया गया है।
एक गिरफ्तार
इससे पहले केरल के वन मंत्री के राजू ने गर्भवती हाथी की हत्या मामले की जांच के लिए तीन टीमों की नियुक्ति की थी। गर्भवती हथिनी की मौत के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तारी किया जा चुका है वहीं अन्य लोगों से पूछताछ जारी है। इस मामले को लेकर पूरे देश से प्रतिक्रियाएं आईं थी और सोशल मीडिया पर भी लोगों ने आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की थी।
क्या है मामला
दरअसल हथनी ने केरल के साइलेंट वैली जंगल में पटाखों से भरा एक अनानास खा लिया था जो उसके मुंह में फट गया और करीब एक सप्ताह के बाद उसकी मौत हो गई। सोशल मीडिया पर घटना को लेकर लोग गुस्सा जता रहे हैं और दोषियों को कड़ा दंड देने की मांग कर रहे हैं। उद्योगपति रतन टाटा ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए गर्भवती हथनी की हत्या को ‘सोचीसमझी हत्या’ करार दिया और पशु के लिए न्याय की मांग की।
केंद्र आया हरकत में
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने बुधवार को कहा कि केंद्र ने इस पर एक समग्र रिपोर्ट मांगी है और आश्वस्त किया कि घटना में शामिल दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने गुरुवार को एक ट्वीट में कहा, ‘पटाखा खिलाकर जान लेना, भारतीय संस्कृति नहीं है । हम गहराई से जांच कराने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे और अपराधियों को पकड़ेंगे।’