- दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंत्रियों के विभागों का किया बंटवारा
- सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस बार भी अपने पास नहीं रखा है कोई विभाग
- मनीष सिसोदिया के पास वित्त और शिक्षा मंत्रालय, सत्येंद्र जैन को दी दिल्ली जल बोर्ड की जिम्मेदारी
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया है। रविवार को केजरीवाल के साथ 6 कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ली थी। पिछली सरकार के कैबिनेट को केजरीवाल ने बरकरार रखा था। इस बार कुछ मंत्रियों के विभागों में बदलाव किया गया है। पिछली बार की तरह इस बार भी मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपने पास कोई विभाग नहीं रखा है। वहीं शिक्षा और वित्त मंत्रालय का जिम्मा इस बार भी मनीष सिसोदिया के पास ही रहेगा।
इन मंत्रियों के विभाग बदले गए
कैलाश गहलोत की जह इस बार गोपाल राय को पर्यावरण मंत्रालय दिया गया है। वहीं सत्येंद्र जैन जो पिछली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे उन्हें इस बार जल मंत्री बनाया गया है और साथ ही दिल्ली जल बोर्ड की भी जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा मनीष सिसोदिया के जगह राजेंद्र पाल गौतम को महिला और बाल विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। गौतम के पास पिछली बार सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग था। इसके अलावा बांकी मंत्रियों इमरान हुसैन, सत्येंद्र जैन, कैलाश गहलौत के पास जो विभाग पहले थे वो वैसे ही बने रहेंगे।
रविवार को हुआ था शपथ ग्रहण समारोह
अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में 62 सीटें जीती हैं और भाजपा महज आठ सीटें ही जीत पायी। रविवार को रामलीला मैदान में एक भव्य कार्यक्रम में केजरीवाल के अलावा मनीष सिसोदिया, गोपाल राय, सत्येंद्र जैन, इमरान हुसैन, राजेंद्र पाल गौतम और कैलाश गहलोत ने पद और गोपनीयता की शपथ ली थी।
खुद को बताया था दिल्ली का बेटा
शपथ ग्रहण समारोह के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने खुद को ‘दिल्ली का बेटा’ बताते हुये कहा, ‘आपके बेटे ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है, यह जीत मेरी नहीं, बल्कि प्रत्येक दिल्लीवासी की है। पिछले पांच सालों में हमारी यही कोशिश रही कि दिल्ली का कैसे बेहतर विकास हो। अगले पांच साल भी यही कोशिश रहेगी। मैं दिल्ली को आगे बढ़ाने और इसे दुनिया का सबसे अच्छा शहर बनाने के लिये प्रधानमंत्री का भी आशीर्वाद चाहता हूं। मैं आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं का भी मुख्यमंत्री हूं और भाजपा कांग्रेस सहित अन्य दलों के समर्थकों का भी मुख्यमंत्री हूं।’