नई दिल्ली : अयोध्या रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले आने के बाद शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने कहा कि फैसले से खुश हूं कि विवाद का अंत हो गया। उम्मीद है भारत विकास के पथ पर आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि लाल कृष्ण आडवाणी से मुलाकात कर उन्हें धन्यवाद देंगे। साथ उन्होंने कहा कहा कि नवंबर के अंत में अयोध्या का दौरा करेंगे।
उन्होंने कहा कि आज का दिन भारत के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। सभी ने फैसला स्वीकार कर लिया है। मैं 24 नवंबर को अयोध्या जाऊंगा। उन्होंने कहा कि आज के दिन मैं बाल ठाकरे, अशोक सिंघल को याद कर रहा हूं।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं लालकृष्ण आडवाणी जी से मिलने और उनका अभिनंदन करने के लिए भी जाऊंगा। उन्होंने इसके लिए 'रथ-यात्रा' निकाली थी। मैं उनसे जरूर मिलूंगा और उनका आशीर्वाद लूंगा।
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने भारतीय इतिहास की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण इस व्यवस्था के साथ ही करीब 130 साल से चले आ रहे इस संवेदनशील विवाद का पटाक्षेप कर दिया। इस विवाद ने देश के सामाजिक ताने बाने को तार तार कर दिया था।
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने कहा कि 2.77 एकड़ की विवादित भूमि का अधिकार राम लला विराजमान को सौंप दिया जाए हालांकि इसका कब्जा केंद्र सरकार के रिसीवर के पास ही रहेगा। और सरकार को निर्देश दिया कि सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद के निर्माण के लिए पांच एकड़ जमीन आबंटित की जाए।
संविधान पीठ ने 2.77 एकड़ विवादित भूमि तीन पक्षकारों- सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और राम लला विराजमान- के बीच बराबर बराबर बांटने के इलाहाबाद हाई कोर्ट के सितंबर, 2010 के फैसले के खिलाफ दायर 14 अपीलों पर 16 अक्टूबर को सुनवाई पूरी की थी।