Ayodhya Hanumangarhi Mandir: भगवान राम से जुड़ा हुआ कोई काम हो और उसमें हनुमानजी (Lord Hanuman) शामिल ना हों ऐसा हो नहीं सकता, अयोध्या में हनुमानगढ़ी में भगवान बजरंगबली के दर्शन के बाद ही भगवान राम के दर्शन करते हैं, कहा जाता है कि हनुमान रामद्वार के रखवाले हैं, 'राम दुआरे तुम रखवारे होत न आज्ञा बिनु पैसारे' उनकी आज्ञा भगवान श्रीराम से जुड़े सभी कार्यों में बेहद आवश्यक है, राम मंदिर निर्माण पूजन (Ram Mandir Bhoomi Pujan) उत्सव के दूसरे दिन हनुमानगढ़ी (Hanumangarhi) में विधिवत निशान पूजन (Nishan Pujan) किया गया।
निशान पूजन के बारे में मान्यता है कि ये हनुमान जी का निशान 17 सौ साल से भी ज्यादा पुराना है बताते हैं कि कुंभ के समय भी निशान पूजन होता है, निशान पूजन के बाद राम जन्मभूमि परिसर में राम अर्चना और पूजन शुरू हो गया है। बताते हैं कि 'हनुमान निशान' लगभग चार फीट चौड़ा और 8 मीटर लंबा ध्वज है जिसके ऊपर हनुमान जी की आकृति को बहुत सुंदर तरीके से उभारा गया है, ध्वज हनुमानगढ़ी में रखा जाता है वहीं इसकी पूजा की जाती है।
कहा जाता है कि भगवान राम ने ही हनुमान की भक्ति से प्रसन्न होकर कहा था कि जो भी भक्त उनके (भगवान राम के) दर्शन के लिए अयोध्या आयेगा,उसे पहले हनुमान का दर्शन और पूजन करना होगा।
भूमि पूजन से पहले अयोध्या में रामनगरी को भव्य तरीके से सजााया गया है
गौरतलब है कि अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के भूमि पूजन को लेकर देशभर में जबरदस्त उत्साह है। भूमि पूजन से पहले अयोध्यावासी अपने घरों के बाहर घंटी और थाली बजाकर भगवान राम का स्वागत करेंगे। भूमि पूजन से पहले रामनगरी को भव्य तरीके से सजााया गया है।
सोमवार से ही अयोध्या में भूमि पूजन के लिए कार्यक्रम शुरू हो गए हैं। सोमवार को भगवान राम की कुलदेवी की पूजा की गई गई। श्री राम क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से पहले ही भूमि पूजन को लेकर समय किया गया जिसके अनुसार यह मुहूर्त 32 सेंकेड का है जो दोपहर 12 बजकर 44 मिनट आठ सेकेंड से लेकर 12 बजकर 44 मिनट 40 सेकेंड के बीच है। इस समय में पीएम मोदी मंदिर का शिलान्यास करेंगे।