लखनऊ: भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण रविवार को दिल्ली में एक कार्यक्रम में अपनी नई राजनीतिक पार्टी की घोषणा करेंगे। वह अपनी पार्टी की घोषणा बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक स्वर्गीय कांशीराम की जयंती पर करेंगे। भीम आर्मी के प्रवक्ता के मुताबिक राजनीतिक संगठन के लिए संभावित नामों में आजाद बहुजन पार्टी, बहुजन आवाम पार्टी और आजाद समाज पार्टी शामिल हैं। अधिकतर नेताओं ने आजाद बहुजन पार्टी का समर्थन किया लेकिन चुनाव आयोग द्वारा इसकी स्वीकृति दिए जाने के बाद नाम को अंतिम रूप दिया जाएगा। पार्टी अपना घोषणापत्र जारी करेगी, सदस्यता अभियान शुरू करेगी और रविवार को अपना एजेंडा तय करेगी।
दलितों, पिछड़ों, मुसलमानों को शामिल होने का आह्वान
सूत्रों ने बताया कि भीम आर्मी ने युवाओं को जुटाने के लिए अपनी छात्र शाखा भीम आर्मी स्टूडेंट्स फेडरेशन (BASF) को पहले ही लॉन्च कर दिया है। सूत्रों ने कहा कि नई राजनीतिक पार्टी के लॉन्च के बाद भीम आर्मी सामाजिक और सांस्कृतिक संगठन के रूप में काम करेगी। भीम आर्मी ने सोशल मीडिया पर एक अभियान शुरू किया है, जिसमें एक नए राजनीतिक दल की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया है। चंद्र शेखर ने दलितों, पिछड़ों, मुसलमानों को इसमें शामिल होने और समर्थन देने का आह्वान किया है। ऐसा माना जाता है कि भीम आर्मी उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के वोट आधार का सीधा सेंध लगाएगी।
CAA, NPR, NRC का विरोध करती है भीम आर्मी
भीम आर्मी नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA), राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) और नेशनल रिजस्टर फॉर सिटिजन (NRC) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का समर्थन कर रही है और इस मुद्दे पर मुस्लिम समुदाय का साथ दे रही है।
भीम आर्मी पर मायावती की नजर
दिलचस्प बात यह है कि राजनीतिक हलकों में प्रवेश करने और बहुजन समाज पार्टी के राजनीतिक आधार को नष्ट करने की भीम आर्मी की योजना का मुकाबला करने के लिए बीएसपी चीफ मायावती ने अप्रैल के पहले सप्ताह में पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। मायावती दिल्ली में हैं। उनके बारे में कहा जाता है कि वे भीम आर्मी की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही हैं।
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 लड़ेगी भीम आर्मी
यह भी रिपोर्ट है कि चंद्रशेखर कुछ बीएसपी नेताओं के संपर्क में हैं और उन्हें खत्म करने की योजना है। इसके अलावा 2 मार्च को अपनी लखनऊ यात्रा के दौरान भीम आर्मी चीफ ने संकेत दिया था कि वह 2022 में अगले यूपी विधानसभा चुनावों के लिए उत्तर प्रदेश में पांच छोटे राजनीतिक दलों के संयुक्त मोर्चा 'भागीदारी संकल्प मोर्चा' में शामिल होंगे।