- बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर तीसरा मोर्चा भी सामने आया है
- इस तीसरे मोर्चे की अगुवाई रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा कर रहे हैं
- इसमें असदुद्दीन ओवैसी की अगुवाई वाला AIMIM भी शामिल है
नई दिल्ली : बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा उफान पर है। सीट बंटवारे को अंतिम रूप दिए जाने के बाद पार्टियां उम्मीदवारों का ऐलान कर रही हैं। इसी क्रम में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) ने भी पहले चरण के 42 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। इस बीच राज्य में एनडीए और महागठबंधन के साथ-साथ तीसरे मोर्चे की संभावना भी बनती दिख रही है।
रालोसपा इस बार हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की अगुवाई वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (AIMIM), यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी (BSP) और जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। समाजवादी जनता दल डेमोक्रेटिक के नेता देवेंद्र प्रसाद ने कहा कि रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा तीसरे मार्चे के नेता व मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे।
एनडीए, महागठबंधन पर वार
रालोसपा प्रमुख कुशवाहा ने कहा कि उनका गठबंधन इस चुनाव में जेडीयू-बेजेपी नीत एनडीए और आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन दोनों को कड़ी चुनौती पेश करने जा रहा है। वे एनडीए और महागठबंधन दोनों को हराने का मन बना चुके हैं। बिहार की जनता न तो आरजेडी के 15 वर्षों के शासन को भूली है और न ही मौजूदा नीतीश सरकार के कार्यकाल में शिक्षा की बदहाली, बेरोजगारी और गरीबी को भूलने वाली है।
वहीं, एएआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'नीतीश कुमार और बीजेपी के 15 वर्षों के शासन और आरजेडी-कांग्रेस के 15 वर्षों के शासन में बिहार की गरीब जनता को कोई लाभ नहीं हुआ। सामाजिक-आर्थिक-शैक्षणिक स्तर पर राज्य काफी पीछे है। यह गठबंधन बिहार के भविष्य के लिए बनाया गया है, हम इसे सफल बनाने के लिए सभी प्रयास करेंगे।'