- बिहार में मुख्य मुकाबला एनडीए और यूपीए के बीच है
- टाइम्स नाउ और सीवोटर के सर्वे में एनडीए को हो रहा है काफी फायदा
- ओपिनियन पोल में यूपीए को मिल रही हैं सिर्फ 76 सीटें
नई दिल्ली: बिहार विधानसभा का चुनाव इस बार काफी अलग नजर आ रहा है। इस चुनाव में कौन बाजी मारेगा इसका पता तो 10 नवंबर को ही लगेगा, लेकिन यहां हम यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर इस बार बिहार में सीएम की गद्दी पर कौन बैठेगा। बिहार विधान सभा में कुल 243 सीटें हैं। चुनाव 3 फेज में हो रहा है- पहला फेज 28 अक्टूबर 71 सीट , दूसरा फेज 3 नवंबर 94 सीट और तीसरा फेज 7 नवंबर 78 सीट और वोटों की गिनती होगी नवंबर 10 को।
NDA
एनडीए में 4 पार्टी शामिल है : भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी), जनता दल यूनाइटेड(जेडीयू) , हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा - सेक्युलर (एचएएम -एस ) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी )। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी एचएएम -एस के मुखिया हैं और वीआईपी के मुखिया हैं मुकेश साहनी। जेडीयू 122 और बीजेपी 121 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। साथ ही जेडीयू ने अपने 122 सीटों में से 7 सीट एचएएम -एस को और बीजेपी ने अपने 121 सीटों में से 11 सीट वीआईपी को दिया है।
NDA: कौन लड़ेगा कितनी सीटों पर
पार्टी सीटें
जेडीयू 115
एचएएम -एस 7
बीजेपी 110
वीआईपी 11
कुल 243
UPA
यूपीए में 5 पार्टी शामिल है: राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी),कांग्रेस,सीपीआई (एमएल),सीपीआईऔर सीपीआई(एम)
UPA: कौन लड़ेगा कितनी सीटों पर
पार्टी सीट
आरजेडी 144
कांग्रेस 70
सीपीआई (एमएल) 19
सीपीआई 6
सीपीआई (एम) ़ृ 4
कुल 243
क्या कहता है TIMES NOW- C-VOTER ओपिनियन पोल?
TIMES NOW- C-VOTER ने बिहार विधान सभा चुनाव पर ओपिनियन पोल किया है। ओपिनियन पोल क्या कहता है हम उसी पर चर्चा कर रहे हैं।
ओपिनियन पोल का आधार
12843 पोल का सैंपल साइज है। 1 अक्टूबर से 10 अक्टूबर के बीच पोल का संचालन किया गया है। मार्जिन ऑफ़ एरर +/- 3% है। पोल में जेंडर, ऐज, एजुकेशन, रूरल, अर्बन, रिलिजन और कास्ट को ध्यान में रखा गया है। साथ ही 243 सीटों को कवर करने का प्रयास किया गया है।
आइये सबसे पहले देखते हैं VOTE SHARE
BATTLE FOR BIHAR: VOTE SHARE
ALLIANCE 2015 2020 SWING
NDA 34.1 48.2 14.1
UPA 41.9 36.0 -5.9
OTHERS 24.0 15.8 -8.2
NDA को 2015 के विधान सभा चुनाव में 34.1 % वोट मिला था अबकी बार यानि 2020 के ओपिनियन पोल में 48.2% वोट मिल रहा है। इसका मतलब एनडीए के पक्ष में 14.1% वोट का भारी इजाफा। चुनावी गणित में इस तरह के भारी स्विंग को थम्पिंग मेजोरिटी के रूप में देखा जाता है। अब देखते हैं UPA के गणित को। UPA को 2015 के चुनाव में 41.9% वोट मिला था और उसी का परिणाम था 178 सीट लेकिन अबकी बार 2020 के ओपिनियन पोल में 36.0% वोट मिल रहा है। इसका मतलब UPA को 5.9% वोट का भारी नुकसान हो रहा है और इस नुकसान का सीधा सीधा असर सीटों पर देखने को मिलेगा। अन्य के खातों में भी 8.2% वोटों का भारी नुकसान हो रहा है।
आइये अब देखते हैं SEAT SHARE
BATTLE FOR BIHAR: SEAT SHARE
ALLIANCE 2015 2020 CHANGE
NDA 58 160 102
UPA 178 76 -102
OTHERS 7 7 0
TOTAL 243
NDA को 2015 के विधान सभा चुनाव में 58 सीट मिला था अबकी बार 2020 के ओपिनियन पोल में 160 सीट मिल रही हैं। इसका मतलब एनडीए को 102 सीटों का फायदा हो रहा है। दूसरी तरफ UPA को 2015 के चुनाव में 178 सीट मिली थी और अबकी बार 2020 के ओपिनियन पोल में सिर्फ 76 सीट मिल रही हैं यानि 102 सीटों का भारी घाटा। अन्य के खातों में कोई परिवर्तन नहीं है यानि 2015 में 7 सीटें मिली थी और अबकी बार भी 7 सीटें ही मिल रही हैं। लेकिन एक बात समझना बहुत जरुरी है कि 2015 के चुनाव में जेडीयू महागठबंधन में आरजेडी और कांग्रेस के साथ था लेकिन अबकी बार जेडीयू फिर से एनडीए में शामिल हो चुका है और परिणाम सामने है।
आइये अब देखते हैं REGION-WISE SEAT SHARE
BATTLE FOR BIHAR REGIONWISE SEAT SHARE: NDA
ALLIANCE 2015 2020 CHANGE
ANGA 3 12 9
BHOJPUR 11 35 24
MAGADH 13 38 25
MITHILA 5 32 27
SEEMANCHAL 6 9 3
TIRHUT 20 34 14
TOTAL 58 160 102
BATTLE FOR BIHAR REGIONWISE SEAT SHARE: UPA
ALLIANCE 2015 2020 CHANGE
ANGA 20 11 -9
BHOJPUR 39 13 -26
MAGADH 38 14 -24
MITHILA 38 11 -27
SEEMANCHAL 17 14 -3
TIRHUT 26 13 -13
TOTAL 178 76 -102
BATTLE FOR BIHAR REGIONWISE SEAT SHARE: OTHERS
ALLIANCE 2015 2020 CHANGE
ANGA 0 0 0
BHOJPUR 2 4 2
MAGADH 1 0 -1
MITHILA 0 0 0
SEEMANCHAL 1 1 0
TIRHUT 3 2 -1
TOTAL 7 7 0
ओपिनियन पोल के रीजन वाइज ब्रेक अप के आंकड़े के अनुसार एनडीए बिहार के छः रीजन में से चार रीजन में भारी बढ़त के साथ आगे है यानी एनडीए का क्लीन स्वीप। दूसरी तरफ यूपीए सीमांचल में आगे है और अंग रीजन में लगभग बराबरी का टक्कर दे रहा है। लेकिन वन लाइनर ये है कि बिहार में एनडीए का थम्पिंग मेजोरिटी।
ओपिनियन पोल क्या कहता है?
ओपिनियन पोल के आंकड़े के अनुसार बिहार में एनडीए भारी बहुमत के साथ सत्ता में फिर से वापसी आ रही है।एनडीए कुल 243 में से 160 सीटों पर चुनाव जीत रही है। नीतीश कुमार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री बन रहे हैं यानि नीतीश सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे। लोक सभा चुनाव की तरह ही एनडीए का पूरे बिहार में क्लीन स्वीप। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मोदी मैजिक बरक़रार है। आंकड़ों से ऐसा लगता है कि नीतीश कुमार के खिलाफ जो भी एंटी इंकम्बैंसी फैक्टर था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मोदी करिश्मा ने सबको पाट दिया। जहाँ तक यूपीए का सवाल है 243 में से सिर्फ 76 सीटों पर सिमट के रह गई है। आंकड़ों के मुताबिक यूपीए के सबसे बड़े दल आरजेडी का कोंस्टीटूएंसी फिर से एमवाई के इर्दगिर्द आके रुक गयी है और कांग्रेस पार्टी का अपना अकेला कोई वजूद बचा नहीं है तो ऐसी स्थिति में सवाल उठता है कि आखिर तेजस्वी यादव करें क्या ? सोचना होगा तेजस्वी यादव को और एमवाई के दायरे से बहार निकलकर अपनी राजनीतिक दुनियां को बढ़ाना होगा नहीं तो ऐसे ही परिणामों का बार बार सामना करना पड़ सकता है।
आखिर में ये है TIMES NOW- C-VOTER का पोल प्रेडिक्सन ना कि असली परिणाम। असली परिणाम के लिए इंतजार करना होगा नवंबर 10 का जब हमें ईवीएम बताएगा कि कौन जीता बिहार: नीतीश कुमार या तेजस्वी यादव?