लखनऊ: कोरोना संकट काल में हर कोई इस महामारी का मुकाबला मिलकर कर रहा है, वहीं समाज से कुछ ऐसी घटनाएं सामने आती हैं जो देश के सामाजिक सौहार्द को ठेस पहुंचाती है, उत्तर प्रदेश के देवरिया से ऐसा ही एक मामला सामने आया है। देवरिया की बरहज विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खासा वायरल हो रहा है, जिसमें वे मुसलमानों से सब्जियां नहीं खरीदने की बात कह रहे हैं।
वायरल वीडियो में सामने आया है कि वो कहते दिख रहे हैं कि-एक बात दिमाग में रखिए, मैं यह खुलेआम सभी को बता रहा हूं, किसी को भी मुस्लिमों से सब्जी नहीं खरीदनी चाहिए, विधायक लोगों को मुसलमानों से सब्जी ना खरीदने के लिए आगाह करते दिख रहे हैं, जिसका वीडियो सामने आया है।
हालांकि बाद में सुरेश तिवारी ने अपने इस बयान को लेकर 'टाइम्स नाउ' चैनल से बातचीत करते हुए कहा-मैंने यह बात एक हफ्ते पहले बरहज नगर पालिका की यात्रा के दौरान कही थी,वहीं उन्होंने अपनी बात को गलत तरीके से रखने की बात भी कही।
मेरठ में आया था इससे मिलता जुलता मामला
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मेरठ के एक अस्पताल ने अखबार में एक ऐसा विज्ञापन देकर लोगों से अपील की जिसे लेकर कई सवाल खड़े हो गए थे। बाद में उस अपील के लिए अस्पताल को स्पष्टीकरण देकर माफी मांगनी पड़ी है। इस विज्ञापन में कोरोना वायरस के प्रसार पर समुदायों को टारगेट किया गया था, जिसके लिए अस्पताल ने माफी मांगी है।
मेरठ के वेलेन्टिस कैंसर अस्पताल ने इस विज्ञापन में आरोप लगाया था कि तब्लीगी जमात के सदस्यों सहित मुस्लिम समुदाय के कई लोग स्वास्थ्य संबंधी सलाह का पालन नहीं कर रहे हैं, पुलिस और चिकित्सा टीमों पर हमला कर रहे हैं और कोरोना वायरस फैला रहे हैं।
इसलिए अस्पताल ने मुस्लिम मरीजों और उनके अटेंडेंट्स को अस्पताल परिसर में प्रवेश करने से पहले कोरोना वायरस की नेगेटिव रिपोर्ट हासिल करना अनिवार्य कर दिया। इतना ही नहीं इस विज्ञापन में बहुसंख्यक हिंदुओं और जैनियों में कई को 'कंजूस' भी कहा गया और उनसे पीएम केयर्स फंड में योगदान देने का आग्रह किया।