- कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
- महामारी एक्ट के तहत ग्रेटर नोएडा में 200 से अधिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी केस
- हाथरस जाने के दौरान राहुल-प्रियंका के काफिले को एक्सप्रेस पर रोका गया था
ग्रेटर नोएडा: दिल्ली से हाथरस के लिए निकले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी को गुरुवार को ग्रेटर नोएडा में ही रोक लिया गया और फिर उन्हें हिरासत में लेने के बाद छोड़ दिया गया। इसके बाद अब राहुल- प्रियंका समते करीब 200 से अधिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक वन पुलिस स्टेशन में महामारी एक्ट के तहत FIR दर्ज कराई गई है। इस संबंध में गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने बयान जारी किया है और इस एफआईआर में इन लोगों के खिलाफ कई संगीन धाराएं लगाई गई हैं।
पुलिस ने जारी किया बयान
मुकदमा धारा 144 का उल्लंघन करने तथा महामारी के दौरान आम लोगों का जीवन संकट में डालने के आरोप में आईपीसी की धारा 188, और धारा 269, 270 के तहत दर्ज कराया गया है। पुलिस का कहना है कि इस काफिले को पहले डीएनडी पर रोका गया और कोविड 19 की स्थिति के बारे में अवगत कराया गया लेकिन सभी नियमों को धता बताते हुए आगे की तरफ निकल गए हैं और इश दौरान एक्सप्रेस वे में काफिले में शामिल दो गाड़ियों में भिडंत भी हो गई। पुलिस का कहना है कि इसके बाद लोगों को काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा।
हाथरस जाने के दौरान लिए गए हिरासत में
दरअसल दिल्ली के पास ग्रेटर नोएडा में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा को उस समय हिरासत में ले लिया गया जब दोनों दलित बालिका के परिवार से मुलाकात के लिए हाथरस जाने पर अड़े हुए थे। इसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि राहुल, प्रियंका और अन्य 150 नेताओं को निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने पर हिरासत में लिया गया लेकिन निजी मुचलका जमा करने पर उन्हें छोड़ दिया गया।
बीजेपी पर बरसी कांग्रेस
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा को हिरासत में लिए जाने से नाराज देश भर के कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को बर्खास्त करने की मांग करते हुए राज्य में ‘जंगल राज’ व्याप्त होने का आरोप लगाया है। पार्टी के एक प्रवक्ता ने बताया कि कांग्रेस कमेटी के राज्यव्यापी प्रदर्शन के आह्वान पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने विभिन्न शहरों में स्थानीय प्रशासन के समक्ष धरना प्रदर्शन किया, चक्का जाम और घेराव किया ।