- अंतरराष्ट्रीय थिंक टैंक ने परमाणु हथियारों को लेकर दी हैरान कर देने वाली जानकारी
- रिपोर्ट के मुताबिक, चीन और पाकिस्तान लगातार बढ़ा रहे हैं अपने हथियारों का जखीरा
- ये रिपोर्ट ऐसे वक्त में सामने आई है जब चीन के साथ भारत का लद्दाख विवाद चल रहा है
नई दिल्ली: भारत और चीन के बीच एलएसी पर तनाव बना हुआ है और इसे कम करने के लिए लगातार सैन्य स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। पाकिस्तान और चीन की सांठगांठ भारत के लिए भी चिंता बढ़ा रही है, कुछ भारतीय विशेषज्ञों ने कहा है कि चीनी घुसपैठ एक सोची समझी रणनीति है। एलएसी पर चीनियों द्वारा सैनिकों और हथियारों की जमाखोरी और निर्माण कार्यों के अलावा बीजिंग लगातार अपनी हरकतें बढ़ा रही है।
नई रिपोर्ट में हुआ खुलासा
इन सबके बीच एक ऐसी रिपोर्ट सामने आई है जिसमें खुलासा हुआ है कि चीन बहुत तेजी से अपनी परमाणु क्षमता को बढ़ाने में लगा हुआ है। वहीं पाकिस्तान भी अपने परमाणु हथियारों की क्षमता बढ़ाने में लगा हुआ है। परमाणु हथियारों पर नजर रखने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था सिप्री की ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत और चीन दोनों ने ही पिछले साल अपने परमाणु हथियारों के जखीरे में इजाफा किया है।
चीन और पाकिस्तान लगातार बढ़ा रहे हैं जखीरा
परमाणु हथियारों पर नजर रखने वाली अंतरराष्ट्रीय संस्था सिप्री की ताजा रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि भारत और चीन दोनों ने ही पिछले साल से अपने परमाणु हथियारों का जखीरा बढ़ाना शुरू कर दिया है। अगर चीन से तुलना करें तो भारत के पास उसके मुकाबले में आधे से भी कम हथियार है। वहीं पाकिस्तान के पास भी भारत से कुछ ही ज्यादा परमाणु हथियार है।
किस देश के पास कितने परमाणु हथियार
सिप्री की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के पास जहां 150 परमाणु हथियार हैं वहीं चीन के पास भारत से मुकाबले दोगुने से भी ज्यादा हथियार हैं और इनकी संख्या 320 है। पिछले एक साल के दौरान जहां चीन ने 30 परमाणु हथियार जुटाए हैं वहीं भारत ने 10 परमाणु हथियार बढ़ाए हैं। पाकिस्तान की बात करें तो उसके पास 160 परमाणु हथियार हैं जो भारत से थोड़ा अधिक हैं। तो कुल मिलाकर देखा जाए तो दोनों देशों के पास कुल मिलाकर भारत से ज्यादा परमाणु हथियार हैं। यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब भारत का चीन तथा पाकिस्तान के साथ तनाव चल रहा है।
एशिया में जिस तरह से चीन और पाकिस्तान परमाणु हथियारों की रेस में लगे हैं उसे कही से भी जायज नहीं ठहराया जा सकता है वो भी तब, जब यहां सीमा पर तनाव चल रहा है। पाकिस्तान जहां आतंकियों के सहारे लगातार घाटी में घुसपैठ की कोशिश कर रहा है वहीं चीन एलएसी पर तनाव बढ़ाने में लगा हुआ है।