- प्रयागराज के पीड़ित प्रतियोगी छात्रों से प्रियंका गांधी ने की बात
- छात्रों को मदद का दिलाया दिलासा, बोलीं- हमेशा साथ हूं
- कांग्रेस के भर्ती विधान में जॉब कैलेंडर का भी किया जिक्र
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रयागराज में पुलिसिया दमन के पीड़ित प्रतियोगी छात्रों से बात की रेलवे एनटीपीसी व ग्रुप डी के प्रदर्शन के बाद पुलिस ने लॉजों में दरवाजे तोड़कर छात्रों को पीटा थाछात्रों ने प्रियंका गांधी को अपनी आपबीती सुनाई तो उन्होंने भी कहा कि हम आपके साथ खड़े हैं। वो हर मंच से, हर फोरम में आपकी बात उठाऊंगी। डरिए मत, ये सुनिश्चित करिए कि चुनाव आपके मुद्दों पर हो, आपके रोजगार के मुद्दे पर हो।सरकार आपको नौकरी नहीं देती और आप पर दमन भी करती है।
'वोट मांगने वालों की जवाबदेही तय करिए'
प्रियंका गांधी ने कहा कि जब नेता वोट मांगने आए तो उनकी जवाबदेही तय करिए।भर्ती प्रक्रियाओं को सालों साल लटकने से बचाने का हल है, जॉब कैलेंडर। हमने अपने युवा घोषणा में जॉब कैलेंडर की बात की है।प्रियंका गांधी ने प्रयागराज आकर छात्रों से मिलने का वादा किया है।
प्रयागराज में छात्रों के साथ बदसलूकी और मारपीट, 6 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई
गिरफ्तार छात्रों को रिहा करने की मांग
रेलवे एनटीपीसी व ग्रुप डी परीक्षा से जुड़े युवाओं पर दमन की जितनी निंदा की जाए, कम है। सरकार तुरंत दोनों परीक्षाओं से जुड़े युवाओं से बात करके उनकी समस्याओं का हल निकाले। छात्रों के हॉस्टलों में घुसकर तोड़-फोड़ और सर्च की कार्रवाई पर रोक लगाए।गिरफ्तार किए गए छात्रों को रिहा किया जाए। विरोध प्रदर्शन करने के चलते उनको नौकरी से प्रतिबंधित करने वाला आदेश वापस लिया जाए। प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं से मेरी अपील है कि सत्याग्रह में बहुत ताकत होती है। शांतिपूर्ण ढंग से सत्याग्रह के मार्ग पर चलते रहिए।