Agniveer Scheme Row: अग्निवीर योजना को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तीखे सवाल किए हैं। उन्होंने दो टूक पूछा है कि हर साल रिटायर हो रहे 60,000 सैनिकों में सिर्फ 3000 को सरकारी नौकरी मिलती है। ऐसी स्थिति में अग्निवीरों का क्या होगा?
कांग्रेस नेता यह सवाल चिंता जताते हुए एक ट्वीट के जरिए रविवार (24 जुलाई, 2022) को किए। उन्होंने लिखा, "60,000 सैनिक हर साल रिटायर होते हैं। उनमें से सिर्फ 3000 को सरकारी नौकरी मिल रही है। चार साल के ठेके पर हज़ारों की संख्या में रिटायर होने वाले अग्निवीरों का भविष्य क्या होगा? प्रधानमंत्री की प्रयोगशाला के इस नए प्रयोग से देश की सुरक्षा और युवाओं का भविष्य दोनों खतरे में हैं।"
दरअसल, केंद्र सरकार ने पिछले महीने 14 जून को थल सेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती के लिए एक नयी योजना ‘अग्निपथ’ का ऐलान किया था। इसके तहत, बढ़ते वेतन और पेंशन खर्च को कम करने के लिए संविदा के आधार पर अल्पकाल के लिए सैनिकों की भर्ती की जाएगी। चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और इन्हें ‘अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा।
सशस्त्र बलों द्वारा समय-समय पर घोषित की गई संगठनात्मक आवश्यकता और सेना की नीतियों के आधार पर चार साल की सेवा पूरी होने पर ‘अग्निवीर’ को सशस्त्र बलों में स्थायी नामांकन के लिए आवेदन करने का अवसर प्रदान किया जाएगा। योजना में नियमित सेवा के लिए हर बैच से 25 प्रतिशत सैनिकों को बरकरार रखने का प्रावधान किया गया है। केंद्र के इस फैसले का देश के अलग-अलग हिस्सों में व्यापक विरोध हुआ था।