नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संविधान दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शरीक होने के लिए संसद भवन पहुंचे। इस समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने राजनीति में परिवारवाद को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस का नाम तो नहीं लिया लेकिन उनका इशारा देश की सबसे पुरानी पार्टी की ओर था। उन्होंने कहा कि आज संविधान की गरिमा का उल्लंघन करते हुए भ्रष्टाचार को प्रतिष्ठित करने का काम कुछ राजनीतिक दलों की ओर से किया जा रहा है। पीएम ने कहा कि सामाजिक जीवन में भ्रष्टाचार को स्थापित करने की जो परंपरा चल पड़ी है, उससे नवयुवकों के लिए गलत संदेश जा रहा है। न्यायपालिका से जिन लोगों को सजा मिल चुकी है, मर्यादा तोड़कर उन लोगों को सम्मानित किया जा रहा है।
संसद भवन के सेंट्रल भवन में आयोजित इस समारोह को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एवं उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी संबोधित किया।कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस सहित विपक्ष के कई दलों ने संविधान दिवस के इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया। आरजेडी, डीएमके एवं लेफ्ट ने भी कार्यक्रम से दूरी बनाई। संविधान दिवस 26 नवंबर को मनाया जाता है क्योंकि 1949 में इसी दिन संविधान सभा ने भारत के संविधान को अंगीकार किया था। संविधान दिवस की शुरुआत 2015 से की गई थी। भारत का संविधान 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ था।
संविधान दिवस (Constitution Day) कार्यक्रम अपडेट्स
संविधान के निर्माण में महिला सदस्यों की भूमिका अहम-राष्ट्रपति
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि आज से 72 साल पहले इस सेंट्रल हाल में हमारे संविधान के निर्माताओं ने आजाद भारत के बेहतर भविष्य के लिए इस दस्तावेज को अंगीकार किया। मेरा मानना है कि हमारे संविधान की ताकत से भारत की विकास यात्रा आगे बढ़ती रही है। देश में महिलाओं को मत देने का अधिकार शुरुआत में ही मिल गया। यही नहीं कई महिलाएं संविधान सभा की सदस्य थीं। महिला सदस्यों ने भी संविधान के निर्माण में अहम भूमिका निभाई।
परिवारवाद लोकतंत्र के लिए खतरा-पीएम
पीएम ने कहा-बाबासाहेब अम्बेडकर की 125वीं जयंती थी, हम सबको लगा इससे बड़ा पवित्र अवसर क्या हो सकता है कि बाबासाहेब अम्बेडकर ने जो इस देश को जो नजराना दिया है, उसको हम हमेशा एक स्मृति ग्रंथ के रूप में याद करते रहें। योग्यता के आधार पर एक परिवार से एक से अधिक लोग जाएं, इससे पार्टी परिवारवादी नहीं बन जाती है। जिस पार्टी को पीढ़ी दर पीढ़ी एक ही परिवार चलाता रहे वो पार्टी लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा बन जाता है।
'यह कार्यक्रम किसी राजनीतिक दल का नहीं'
प्रधानमंत्री ने कहा-यह कार्यक्रम किसी सरकार और किसी राजनीतिक दल का नहीं है। यह कार्यक्रम सदन के स्पीकर का है जिसका सम्मान होना चाहिए। आजादी के अमृत महोत्सव में हमारे लिए आवश्यक है कि कर्तव्य के पथ पर आगे बढ़ें ताकि अधिकारों की रक्षा हो। महात्मा गांधी ने आजादी के आंदोलन में आधिकारों को लिए लड़ते हुए भी, कर्तव्यों के लिए तैयार करने की कोशिश की थी। अच्छा होता अगर देश के आजाद होने के बाद कर्तव्य पर बल दिया गया होता।
'लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो चुके हैं कई दल'
पीएम ने कहा-संविधान की भावना को भी चोट पहुंची है, संविधान की एक-एक धारा को भी चोट पहुंची है, जब राजनीतिक दल अपने आप में अपना लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो देते हैं। जो दल स्वयं लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो चुके हों, वो लोकतंत्र की रक्षा कैसे कर सकते हैं। भारत एक ऐसे संकट की ओर बढ़ रहा है, जो संविधान को समर्पित लोगों के लिए चिंता का विषय है, लोकतंत्र के प्रति आस्था रखने वालों के लिए चिंता का विषय है और वो है पारिवारिक पार्टियां।
'महान परंपरा की आधुनिक अभिव्यक्ति है हमारा संविधान'
पीएम ने कहा कि हमें संविधान के मुताबिक काम करना होगा। हम संविधान की भावनाओं को चोट नहीं पहुंचा सकते। हमारा रास्ता सही है या गलत है, यह संविधान से तय होना चाहिए। हमारा संविधान ये सिर्फ अनेक धाराओं का संग्रह नहीं है, हमारा संविधान सहस्त्रों वर्ष की महान परंपरा, अखंड धारा उस धारा की आधुनिक अभिव्यक्ति है।
पीएम ने 26/11 मुंबई आतंकी हमले का जिक्र किया
पीएम मोदी ने कहा कि आज जिन लोगों ने बलिदान दिया उन सभी को नमन करने का यह अवसर है। आज 26/11 हमारे लिए एक ऐसा दुखद दिवस है, जब देश के दुश्मनों ने देश के भीतर आकर मुंबई में आतंकवादी घटना को अंजाम दिया। अनेक हमारे वीर जवान आतंकियों से लोहा लेते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। मैं उन सभी बलदानियों को भी आदर पूर्वक नमन करता हूं।
-लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि संविधान दिवस के दिन हमें अपने कर्तव्यों के बारे में विचार करना चाहिए। जन प्रतिनिधि होने के नेता हमारा दायित्य बनता है कि हम संसदीय गरिमा एवं परंपरा का पालन करें।
इससे पहले पीएम मोदी ने संविधान दिवस के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने अपने एक ट्वीट में कहा, ‘संविधान दिवस की शुभकामनाएं।’ उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने संविधान दिवस के अवसर पर शुक्रवार को देशवासियों को बधाई दी। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘देशवासियों को संविधान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं! हमारा संविधान उन आदर्शों, मूल्यों और मर्यादाओं का दस्तावेज है जो सभी के लिए न्याय, स्वतंत्रता और समानता सुनिश्चित करते हैं। यह सौहार्दपूर्ण, शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक परिवर्तन का दस्तावेज है।’