- मेहरान ने कबूला-वो आतंकी संगठन से जुड़ा, टीचर्स की हत्या में शामिल था आतंकी
- आतंकी के लिए आंसू बहा रही हैं महबूबा, फिर दिखा आतंकी प्रेम
- वीडियो में आतंकी मेहरान खुद को बता रहा है पाकिस्तानी
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख लगातार आतंकियों की हिमायत करती दिखाई देती हैं। महबूबा मुफ्ती ने अब सबक हदें तोड़ते हुए जम्मू कश्मीर में आतंक फैलाने वाले आतंकियों के लिए घड़ियाली आंसू बहा रही हैं और निर्दोष बता रही हैं। लेकिन हम आपको दिखाते हैं कि जिस मेहरान को महबूबा निर्दोष बता रही हैं वो असर में आतंकी था और उसने ही श्रीनगर में स्कूल में कत्ले आम मचाया था।
निर्दोष लोगों की हत्या करने वाले मेहरान को दो दिन पहले ही सुरक्षा बलों ने श्रीनगर में मार गिराया था। लेकिन महबूबा ने इस मुठभेड़ पर भी सवाल उठाए थे। अब आप ये वीडियो देखिए जिसमें वो खुद को आतंकी बता रहा है और पाकिस्तान से अपने रिश्ते भी बता रहे हैं। ऐसे में सवाल ये है कि क्या अब महबूबा मुफ्ती सुरक्षा बलों से माफी मांगेगी।
वीडियो में कही बात हम आपको नहीं सुना रहे हैं क्योंकि उसमें पाकिस्तान के समर्थन में नारे लग रहे हैं। वीडियो में आतंकी मेहरान खुद को पाकिस्तानी बता रहा और पाकिस्तान से अपने रिश्ते बता रहा हैं।
कौन है आतंकी मेहरान शल्ला, जिसके लिए आंसू बहा रही हैं महबूबा
- आतंकी संगठन TRF से जुड़ा था
- श्रीनगर में टीचरों की हत्या में शामिल था
- कई आतंकी वारदातों को अंजाम दे चुका था
- पाकिस्तान के आतंकियों से जुड़ा था
- श्रीनगर हमले के बाद सुरक्षा बलों को तलाश थी
डीजीपी ने दिया महबूबा को जवाब
जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने भी महबूबा मुफ्ती के मुठभेड़ पर सवाल उठाने के मुद्दे पर करार जवाब दिया है। दिलबाग सिंह ने कहा कि कुछ लोग मुठभेड़ पर सवाल उठाते हैं और उन्हें अब अपनी कल्पना की दुनिया से बाहर आकर देखना चाहिए। दिलबाग सिंह ने कहा, 'समाज में कुछ ऐसे लोग हैं जो सच्चाई समझते हैं लेकिन कहते कुछ और हैं जो सच्चाई से कहीं दूर होती है। बहुत सारे लोग सोशल मीडिया में एक्टिव हैं जो आतंकी के मारे जाने पर सवाल उठाते हैं। दुर्भाग्य से कुछ लोग हैं जो निर्दोष लोगों के हत्यारों को निर्दोष बताते हैं लेकिन अब ये समय आ गया है वो सच्चाई को अपनी कल्पना से बाहर आकर देखें। जिन्होंने अपनों को खोया है, इस तरह के एनकाउंटर से उन्हें राहत मिलती हैऐसे लोग जो बकवास करते हैं मेरे ख्याल से ये न्याय उचित नहीं है।'