- मंदिर के संचालन और श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए कोरोना वायरस बना संकट
- तमाम बड़े मंदिरों पर लगाए जा रहे प्रतिबंध, नहीं जा सकेंगे लोग
- 31 मार्च पर नहीं देख पाएंगे महाकाल की भस्म आरती, सिद्धिविनायक और तुलजा भवानी में भी प्रतिबंध
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के प्रकोप और सरकार के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए देश के प्रमुख मंदिरों पर लोगों के आने पर पाबंदी लग रही है। उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जो महाकाल की भस्म आरती के दौरान भी लागू होगा। उज्जैन का प्रसिद्ध भगवान शिव का महाकालेश्वर मंदिर देश के बारह ज्योर्तिलिगों में से एक है। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक और अपर कलेक्टर एसएस रावत ने मन्दिर के सभी पुजारियों, पुरोहितों व उनके प्रतिनिधियों के साथ विस्तार से चर्चा के करने बाद कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए अगले आदेश तक आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतितबंध लगा दिया है।
दर्शनार्थियों को सुबह 6 बजे ही भगवान महाकाल के दर्शन मिल सकेंगे। मन्दिर परिसर में बांधे जाने वाले रक्षा सूत्र, कलावा, धागे, डोरे जैसी चीजों को भी पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। मंदिर परिसर के पूजन, अनुष्ठानों में ज्यादा से ज्यादा 20 सदस्यों की संख्या निर्धारित की गई है।
मंदिर में काम करने वाले सफाईकर्मी निरन्तर रेलिंग जैसी उन जगहों को कीटाणुनाशक से साफ करेंगे, जहां श्रद्धालु अपने हाथ इत्यादि स्पर्श करते हैं। मंदिर के समस्त प्रवेश द्वार पर तैनात सुरक्षाकर्मी श्रद्धालुओं को प्रवेश के दौरान सेनिटाइजर से हाथ धुलवाकर मंदिर में दर्शन के लिए जाने देंगे। साथ ही लोगों की थर्मामीटर से चेकिंग की जाएगी।
महाकाल के अलावा अन्य मंदिरों पर भी कोरोना का असर दिख रहा है। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस फैलने के मद्देनजर मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर को अगली सूचना तक श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है। एक अधिकारी ने कहा कि राज्य के उस्मानाबाद जिले में मौजूद तुलजा भवानी मंदिर को भी श्रद्धालुओं के लिए 17 से 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है।
सिद्धिविनायक मंदिर न्यास के अध्यक्ष आदेश बांदेकर ने कहा, 'सिद्धिविनायक मंदिर में हजारों लाखों लोग दर्शन करने आते हैं। वर्तमान स्थिति में कोरोना वायरस के खतरे से निपटना हमारा दायित्व है। इसलिए न्यास ने अगली सूचना तक दर्शन के लिए मंदिर बंद करने का निर्णय लिया है।' तुलजा भवानी मंदिर के सहायक जनसंपर्क अधिकारी नागेश शितोले ने पीटीआई को बताया कि कोरोना वायरस के खतरे के बावजूद रविवार को तेरह हजार श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन किए, जिसके बाद प्रबंधन समिति की एक बैठक हुई और मंदिर को 17 से 31 मार्च तक बंद करने का निर्णय लिया गया है।