नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के सभी 11 जिले रेड जोन में हैं और यहां लगातार कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं। इसके बावजूद दिल्ली में कई गतिविधियों को आज यानी 4 मई से फिर से शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि दिल्ली को फिर से खोलने का वक्त आ गया है और लोगों को कोरोना वायरस के साथ रहने के लिए तैयार रहना होगा।
इस पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि मेरी व्यक्तिगत राय है कि लॉकडाउन 3 के अंदर दिल्ली जैसी जगह पर कम से कम छूट दी जानी चाहिए। गृह मंत्रालय ने विस्तार से गाइडलाइंस जारी की हैं फिर भी राज्य अपनी स्थिति के हिसाब से निर्धारित कर सकते हैं कि किस गाइडलाइन को किस मात्रा में उपयोग करना है। उन्होंने कहा, 'दिल्ली उन प्रदेशों में से है, जहां कोरोना को काबू करने के लिए और गंभीरता से काम करने की आवश्यकता है।'
दिल्ली लॉकडाउन हटाने को तैयार
इससे पहले रविवार को केजरीवाल ने कहा, 'यह असंभव है कि कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आए। हमें कोरोना वायरस के साथ रहने के लिए तैयार होना होगा। हमें इसका अभ्यस्त होना होगा।' उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के चलते सरकार का राजस्व और अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली लॉकडाउन की सारी पाबंदियां हटाने के लिए तैयार है।
शराब की दुकानों पर बेकाबू भीड़
छूट के बाद आज सुबह से दिल्ली में शराब की दुकानें खुलने लगीं, लेकिन उससे पहले लोगों की लंबी-लंबी लाइनें लग गईं और इस दौरान लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं किया। कई जगह भीड़ इतनी बेकाबू हो गई कि पुलिस का लाठीचार्ज करना पड़ा। ऐसे में सवाल है कि क्या लोग रियायत का गलत फायदा उठा रहे हैं?
लगातार बढ़ रहे कोरोना केस
दिल्ली में रविवार को कोविड-19 के 427 नए मामले सामने आए जिसके बाद कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 4,549 पहुंच गई। यह एक दिन में पुष्ट मामलों की सबसे अधिक संख्या है। अब तक दिल्ली में इस संक्रमण से 64 लोगों की मौत हो चुकी है। 1,362 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 3,123 मरीज उपचाराधीन हैं। राष्ट्रीय राजधानी में अब तक 69,426 नमूनों की जांच की जा चुकी है।