Covid-19 Vaccination status in India: कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ जंग में देश ने गुरुवार को नया कीर्तिमान स्थापित किया। देशभर में टीकाकरण का आंकड़ा 100 करोड़ को पार कर चुका है। स्वास्थ्यकर्मियों ने अस्पतालों में नाच-गाकर अपनी खुशी का इजहार किया। इस मौके पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (RML) अस्पताल में मौजूद रहे। उन्होंने अस्पताल के गार्ड और 100 करोड़वां टीका लगवाने वाले शख्स से बातचीत की, जिसके बाद दोनों ने पीएम मोदी के साथ अपनी मुलाकात व बातचीत के अनुभव के बारे में बताया।
RML के गार्ड से PM मोदी की मुलाकात
पीएम मोदी जब RML अस्पताल पहुंचे तो वहां उनकी मुलाकात सुरक्षाकर्मी प्रमोदी कुमार से हुई, जिनसे उन्होंने न केवल हालचाल लिया, बल्कि कोरोनाकाल में उनकी ड्यूटी और उनके मन की आशंकाओं को लेकर भी सवाल किए। गार्ड ने बताया कि उनकी ड्यूटी वैक्सीनेशन सेंटर के मेन प्वाइंट पर थी। प्रधानमंत्री ने पूछा कि कोरोना काल में क्या उन्हें डर नहीं लगा? इसके जवाब में गार्ड ने कहा, 'डर बिल्कुल नहीं लगा। देश के लिए जब आप आगे आ सकते हैं तो हमलोग क्यों नहीं?'
पीएम ने गार्ड से यह भी पूछा कि क्या घरवाले ड्यूटी पर अस्पताल जाने से मना नहीं करते थे? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि घरवाले मना करते थे, पर अपनी जान की परवाह न करते हुए उन्होंने पूरे कोरोनाकाल में यहां ड्यूटी की और आज भी कर रहे हैं। आज वह इन सबके लिए गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कोरोनाकाल में उनकी सर्विस के लिए उन्हें शाबाशी दी। यह पूछे जाने पर कि क्या प्रधानमंत्री से मुलाकात के बारे में उन्हें पहले से पता था? गार्ड ने कहा, प्रधानमंत्री यहां आने वाले थे, इस बारे में मालूम था, लेकिन इसका अंदाजा उन्हें नहीं था कि प्रधानमंत्री की उनसे बातचीत होगी।
...जब 100 करोड़वीं डोज लगवाने वाले से नाराज हो गए PM मोदी
वहीं, कोविड-19 वैक्सीनेशन का 100 करोड़वीं डोज लेने वाले शख्स अरुण राय रहे, जिनसे भी प्रधानमंत्री की मुलाकात व बातचीत हुई। प्रधानमंत्री ने पूछा कि ये उनका पहला डोज है या दूसरा। जब उन्होंने बताया कि यह उनका पहला डोज है तो पीएम मोदी थोड़ा नाराज भी हुए। उन्होंने सवाल किया कि आखिर अब तक उन्होंने वैक्सीन क्यों नहीं ली? उन्होंने बताया कि उनके मन में इसे लेकर पहले थोड़ा भ्रम था। उन्हें यह भी लगता था कि वह योग करते हैं, इसलिए उन्हें कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं हो सकता। लेकिन जब उन्होंने देखा कि 70 करोड़ लोग वैक्सीनेशन करवा चुके हैं और खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कोविड-19 का टीका लगवाया है तो उन्होंने वैक्सीनेशन के बारे में सोचा। बाद में उन्होंने यह संकल्प लिया कि वह पहले व्यक्ति होंगे, जिन्हें 100 करोड़वीं डोज लगेगी। उन्होंने कहा, 'मैं खुद को भागयशाली मानता हूं कि जब मैं टीका लगवा रहा था, प्रधानमंत्री मेरे बगल में खड़े रहे।'
दिव्यांग बच्ची से PM मोदी की मुलाकात
पीएम मोदी ने RML अस्पताल में न केवल वहां के स्टाफ से बातचीत की, बल्कि एक दिव्यांग बच्ची का भी हालचाल जाना और उससे देशभक्ति गीत 'ऐ मेरे वतन के लोगों...' सुना। बाद में बच्ची की मां ने बताया कि प्रधानमंत्री ने वैक्सीनेशन में देरी को लेकर सवाल किया। उन्होंने बताया कि बच्ची की तबीयत खराब होने के कारण देरी हुई, लेकिन यह देरी उनके लिए भली रही, क्योंकि इसी वजह से आज का उनका दिन यादगार हो गया, जब अस्पताल में वैक्सीनेशन के लिए पहुंचने पर उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री से हुई। उन्होंने बताया कि अस्पताल पहुंचने पर ही उन्हें प्रधानमंत्री के यहां आने के बारे में पता चला, लेकिन इसका अंदाजा बिल्कुल नहीं था कि पीएम मोदी से उनकी इस तरह मुलाकात व बातचीत होगी। उन्होंने पीएम मोदी के साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं।