- ओमीक्रोन सामान्य सर्दी नहीं है, इसे हल्के में न लें : वीके पॉल
- वर्तमान उछाल ओमीक्रोन के कारण है, इसने या तो डेल्टा को बदल दिया है या डेल्टा को प्रमुख तनाव के रूप में बदलने वाला है: वीके पॉल
- ओमीक्रोन के मामले 28 राज्यों में सामने आ चुके हैं
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा है कि भारत में कोविड 19 के मामलों में तेज उछाल आया है। 12 जनवरी को सक्रिय मामले 9,55,319 हो गए। विश्व स्तर पर उच्च वृद्धि देखी गई है। 159 देश में मामलों में वृद्धि की रिपोर्ट है। यूरोप के आठ देशों में पिछले दो सप्ताह में 2 गुना से अधिक मामलों की वृद्धि दर्ज की गई है। 10 जनवरी को दुनियाभर में 31.39 लाख मामले सामने आए, जो कि एक दिन में सबसे अधिक हैं। वैश्विक स्तर पर 4 करोड़ से अधिक सक्रिय कोविड मामले हैं। भारत में हर रोज औसतन 1.5 लाख केस सामने आ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि पॉजिटिविटी रेट में तीव्र वृद्धि हुई है। 30 दिसंबर को ये 1.1% थी जो आज की स्थिति में 11% से अधिक हो गई है। महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, तमिलनाडु, कर्नाटक, यूपी, केरल, गुजरात चिंता वाले राज्यों के रूप में उभर रहे हैं। महाराष्ट्र में 22.39% सकारात्मकता दर है, वहीं पश्चिम बंगाल में 32.18%, दिल्ली में 23.1% और यूपी में 4.47% पॉजिटिविटी रेट है। मुंबई, बेंगलुरु शहरी, ठाणे, कोलकाता, चेन्नई, पुणे में भी तेजी से मामले बढ़ रहे हैं। 19 राज्यों में 10,000 से ज्यादा एक्टिव केस हैं।
ओमीक्रोन केस 4800 से ज्यादा
4 राज्यों में 5 से 10 हजार एक्टिव केस हैं। 13 राज्यों में 5 हजार से कम सक्रिय मामले हैं। इसके अलावा देश में ओमीक्रोन वेरिएंट भारत के 28 राज्यों में पहुंच चुका है। भारत में इसके कुल 4868 मामले हो गए हैं, 3062 सक्रिय मामले हैं। इससे अभी तक 1 मौत हुई है। ओमीइक्रोन के कारण वैश्विक स्तर पर कुल 115 मौतों की पुष्टि हुई है।
ये है नई डिस्चार्ज नीति
लव अग्रवाल ने कहा कि कोविड की स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा समीक्षा बैठक के बाद हमने अपनी डिस्चार्ज नीति को हल्के और मध्यम मामलों में वर्गीकृत गंभीरता के साथ संशोधित किया है। माइल्ड केस में 7 दिन बाद तीन दिन तक बुखार न हो तो आप खुद को कोविड फ्री मानें। टेस्ट ना कराएं। उसके बाद शरीर में डेड वायरस रह जाता है। मॉडरेट केस में बिना सपोर्ट 95% से ज्यादा ऑक्सीजन रहे और बुखार जैसे कोई लक्षण 3 दिन ना आए़ तो मरीज घर भेजे जा सकते हैं। गंभीर मामलों में डॉक्टर फैसला लें कि मरीज की हालत कैसी है।
ICMR ने जारी कीं नई गाइडलाइंस, बताया कौन कराए कोविड टेस्ट और कौन नहीं, जानें एक्सपर्ट्स की राय
नीति आयोग सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि दवा के उपयोग के लिए तर्कसंगत दृष्टिकोण होना चाहिए। हम दवाओं के अति प्रयोग और दुरुपयोग के बारे में चिंतित हैं। अति प्रयोग न करें, इसके परिणाम होंगे...गर्म पानी पिएं, घरेलू देखभाल में गरारे करें। ओमीक्रोन सामान्य सर्दी नहीं है, इसे धीमा करना हमारी जिम्मेदारी है। मास्क पहनें और टीका लगवाएं। यह सच है कि वे (टीके) एक हद तक मददगार होते हैं। हमारी कोविड प्रतिक्रिया का टीकाकरण महत्वपूर्ण स्तंभ है।