- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होगा राम मंदिर का भूमि पूजन एवं शिलान्यास
- इसके साथ ही भव्य एवं दिव्य राम मंदिर के निर्माण की शुरुआत हो जाएगी
- दीये के प्रकाश से जगमग हैं अयोध्या के मंदिर और घाट, देश मनाएगा 'दीपोत्सव'
लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीम मायावती ने बुधवार को कहा कि अयोध्या विवाद सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद समाप्त हुआ है। शीर्ष अदालत के फैसले से बाद अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हुआ है। इसलिए सभी को सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को स्वीकार करना चाहिए। बता दें कि राम मंदिर के लिए भूमि पूजन एवं शिलान्यास कार्यक्रम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हो रहा है। इसके साथी ही भव्य एवं दिव्य राम मंदिर के लिए निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
'सभी कोर्ट के फैसले का करें सम्मान'
मायावती ने कहा कि 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विवादित स्थल को लेकर लंबे समय तक कानूनी लड़ाई चली।' बसपा सुप्रीम ने कहा है कि अब सभी को कोर्ट का फैसला स्वीकार करना चाहिए। अपने एक ट्वीट में उन्होंने कहा, 'अयोध्या विवाद को सुप्रीम कोर्ट ने खत्म कर दिया। इसके साथ ही मंदिर निर्माण को लेकर जारी सियासत पर भी रोक लग गई। सुप्रीम कोर्ट के फैसले की वजह से आज अयोध्या में राम मंदिर के लिए शिलान्यास कार्यक्रम हो रहा है। इसके लिए बहुत सारा श्रेय सुप्रीम कोर्ट को जाता है।' अपने एक अन्य ट्वीट में बसपा सुप्रीमो ने कहा कि उनकी पार्टी ने यह हमेशा कहा कि अयोध्या विवाद में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को वह मानेगी। अब सभी को कोर्ट के फैसले को स्वीकार करनी चाहिए। यह बसपा की सलाह है।
दुल्हन की तरह सजी अयोध्या
राम मंदिर के भूमि पूजन एवं शिलान्यास के लिए अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया गया है। अयोध्या की घाटों एवं प्रमुख मंदिरों को सजाया गया है और इन जगहों पर राम कथा एवं भजन कीर्तन हो रहा है। श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने इस धार्मिक अनुष्ठान के लिए 175 अतिथियों को निमंत्रित किया है। इस कार्यक्रम के लिए अयोध्या केस में पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को भी न्योता दिया गया है। योग गुरु बाबा राम देव और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आएसएस) प्रमुख मंगलवार को ही अयोध्या पहुंच गए।
अयोध्या सहित देश भर में उत्साह
भूमि पूजन एवं शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। लोग राम मंदिर के उत्साह में लीन हैं। राम भक्त भगवान राम के नाम का जयकारा कर रहे हैं। अयोध्या राम मंदिर का भूमि पूजन एवं शिलान्यास कार्यक्रम का धार्मिक अनुष्ठान काशी और अयोध्या के पंडित एवं आचार्य कराएंगे। यह धार्मिक अनुष्ठान वैदिक रीति नीति से होगा।