- अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य की शुरुआत होने जा रही है
- आज दोपहर राम नगरी में शिलान्यास कार्यक्रम होगा
- आप घर पर भी रहकर इसमें शामिल हो सकते हैं, इसके लिए जानें विधि
दिनांक 05 अगस्त 2020 को अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि स्थल पर भव्य मंदिर निर्माण हेतु शिलान्यास पूजन का कार्यक्रम है। कोरोना का कहर जारी है तो इस दिन सब लोग उपस्थित नहीं हो सकते हैं। राम जन जन के हृदय में हैं। भगवान राम पालनकर्ता हैं। राम परम ब्रम्ह हैं। आइए ऐसे पुनीत अवसर पर घर पर ही भगवान राम की पूजा कर इस महान उत्सव का लाभ उठाएं।
कैसे करें सुबह शुरुआत
प्रातःकाल उठकर ब्रम्हमुहूर्त में श्री रामरक्षास्तोत्र का पाठ करें। अपने मंदिर में घी के दीपक जलाएं। भगवान को गंगाजल से स्नान कराकर नए वस्त्र व आभूषण पहनाएं। सुगन्धित धूप जलाएं। भगवान को भोग लगाएं। इस दिन घर पर अखंड श्री रामचरितमानस का पाठ करें । परिवार के सदस्य क्रमशः मानस पाठ करते रहें।
हनुमान उपासना का भी दिन
हनुमान जी की उपासना का विशेष महत्व है। यदि पूरा श्री रामचरितमानस पढ़ना सम्भव न हो तो सुन्दरकाण्ड का पाठ अवश्य करें। हनुमानचालीसा का 100 पाठ बहुत ही पुण्यदायी है। बजरंगबाण व हनुमानबाहुक का पाठ भी कर सकते हैं।
साथ ही घर पर ही श्री विष्णुसहस्रनाम का पाठ करें। ॐ नमो भगवते वासुदेवाय महामन्त्र का निरन्तर जप करें।
पुण्यदायी है राम का जाप
घर के सभी सदस्य मिलकर भगवान के नाम का संकीर्तन करें। भजन करें। भगवान राम के नाम का जप बहुत ही पुण्यदायी व कई जन्मों के पापों को दूर करता है। घर पर ही अवध जैसा माहौल बनाएं। सब प्रेम से रहें। सभी सदस्य मिलकर राम कथा सुनें। भगवान के कथा के विभिन्न प्रसंगों का आनंद लें।पूरे घर को फूल मालाओं से सुसज्जित करें। घर घर का वातावरण भक्तिमय हो।
शिव पूजन का महत्व
घर पर ही राम जी की पूजा के साथ साथ शिव पूजा भी करें। भगवान राम शिव की व शिव जी राम जी की पूजा करते हैं। घर पर ही शंकर जी के सामने बैठकर राम नाम संकीर्तन करें।
घर में जलाएं दीप
इस प्रकार यह महान दिवस जब मर्यादापुरुषोत्तम भगवान राम जी के जन्मभूमि का शिलान्यास पूजन अयोध्या में हो रहा है हम सब अपने घरों में शाम को दीपावली की तरह दीपकों से घर को सजाएं। अच्छे पकवान बनाएं। पूरे रात दीपक की लौ जलती रहे। अब तम मिटेगा क्योंकि भगवान राम का आशीर्वाद हम सबको प्राप्त होगा। राम ब्रम्हांडनायक हैं। राम भगवान विष्णु के अवतार हैं।
घर पर रहते हुए हम मन से अयोध्या में रहें। मानसिक पूजा का बहुत महत्व है। मन ही मन अवध धाम हो लें। सरजू जैसी पावन तथा समस्त पापों को समाप्त करने वाली नदी के जल से स्नान करना व उसके जल से पूरे घर को सिंचित करें। मन से अवध के रहें। भगवान राम का आशीर्वाद प्राप्त होगा।