- पश्चिम बंगाल, ओडिशा चक्रवाती तूफान अम्फान की चपेट में, 12 की मौत
- ममता बनर्जी बोलीं- कोरोना वायरस से भी अधिक चिंताजनक हैं हालात
- तेज़ हवाओं और मूसलाधार बारिश ने तटीय गाँवों और शहरों में मचाई भारी तबाही
नई दिल्ली: ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में 190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाले विकराल चक्रवाती तूफान अम्फान ने भारी तबाही मचाई है। इस तूफान की वजह से 12 लोगों की मौत हो चुकी है। पश्चिम बंगाल में दीघा और बांग्लादेश में हटिया द्वीप के बीच तट पर पहुंचने के बाद यह और तेज हो गया जिस वजह से तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही हुयी। तेज़ हवाओं और मूसलाधार बारिश ने तटीय गाँवों और शहरों में पेड़ों को उखाड़ने के साथ-साथ घरों को उजाड़ दिया।
बंगाल के कई इलाके तबाह
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने तूफान को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'हालात कोरोनोवायरस महामारी से अधिक चिंताजनक है। हम नहीं जानते कि इसे कैसे संभाला जाए। बंगाल का इतना नुकसान हुआ है कि उसे शब्दों में नहीं बयान किया जा सकता। इलाके के इलाके तबाह हो गये। मैंने आज युद्ध जैसे हालात का सामना किया। कम से कम 10-12 लोग मारे गये हैं। नंदीग्राम और रामनगर, उत्तर तथा दक्षिण 24 परगना के दो जिले पूरी तरह तबाह हो गये।'
160 से ज्यादा की रफ्तार
पीटीआई के मुताबिक, चक्रवात आने से पहले पश्चिम बंगाल और ओडिशा में कम से कम 6.58 लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम बंगाल तट पर पहुचने के समय चक्रवात के केंद्र के पास हवा की गति 160-170 किमी प्रति घंटे थी। तूफान के कई वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं जिनमें साफ देखा जा सकता है कि समुद्र की काफी ऊंची लहरें दिख रही हैं। भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर पानी भर गया और बिजली के खंभों से मानों आग के गोले बरस रहे हैं।
ओड़िशा में तबाही
तूफान ने ओडिशा में भी तबाही मचाई है और अम्फान के कारण यहां कम से कम तीन लोगों की मौत हो चुकी है। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने ने बताया, चक्रवात के कारण ओडिशा के पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर, कटक, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, गंजम, भद्रक और बालासोर जिलों के कई इलाकों में तेज बारिश हुयी।