कोलकाता : पश्चिम बंगाल में चक्रवात अम्फान ने दस्तक दे दी है। अगले चार घंटों में इसके विकराल होने की आशंका जताई जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार तूफान के यहां पहुंचने की प्रक्रिया दोपहर 2:30 बजे से ही शुरू हो गई, जो अगले चार घंटों तक जारी रहेगा। इस दौरान उसके और मजबूत होने की आशंका है। चक्रवात से होने वाली तबाही की आशंका के मद्देनजर पहले ही राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं।
भीषण तबाही की आशंका
इससे पहले पश्चिम बंगाल के दीघा से करीब 170 किलोमीटर दक्षिण में इसका केंद्र था। चक्रवाती तूफान के पश्चिम बंगाल के नादिया और मुर्शिदाबाद जिलों से गुजरने की संभावना है और इसके बाद यह गुरुवार दोपहर तक बांग्लादेश में गहरे दबाव के रूप में पहुंचेगा। पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश के तटों के बीच दीघा और हटिया द्वीप के बीच से इस चक्रवात के गुजरने के दौरान हवा की रफ्तार निरंतर 155 से 165 किलोमीटर प्रति घंटा बनी रहने का अनुमान जताया जा रहा है। बीच-बीच में यह 185 किलोमीटर प्रति घंटा भी हो सकती है।
इन जिलों में हो सकता है सबसे अधिक नुकसान
मौसम विभाग ने पहले ही पश्चिम बंगाल के लिए 'ऑरेंज' अलर्ट जारी करते हुए आगाह किया कि कोलकाता, हुगली, हावड़ा, दक्षिण और उत्तर 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिलों में बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता है। चक्रवात के विकराल होने की आशंका के मद्देनजर कोलकाता और निकटवर्ती इलाकों में 20 मई को सभी संस्थान एवं बाजार बंद करने और लोगों की आवाजाही प्रतिबंधित करने के निर्देश दिए गए हैं। मौसम वैज्ञानिकों ने पहले ही चेताया था कि कई स्थानों पर रेल एवं सड़क मार्ग बाधित हो सकते हैं, बिजली एवं संचार के खंभे उखड़ सकते हैं। साथ ही कच्चे मकान को भी नुकसान हो सकता है।
कई जगह पेड़ उखड़े
पश्चिम बंगाल में चक्रवात अम्फान के दस्तक देने के बाद ओडिशा के तटीय इलाकों में भी बारिश व तूफान की स्थिति देखी जा रही है। ओडिशा में बालासोर जिले के चांदीपुर में चक्रवात के असर से कई जगह पेड़ उखड़ गए। मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवात अम्फान फिलहाल 50 किलोमीटर दूर है और इस दौरान हवा की रफ्तार लगभग 79 किलोमीटर तक पहुंच गई है। अगले एक से डेढ़ घंटे में चक्रवात के कोलकाता पहुंचने का अनुमान जताया जा रहा है।