- किसानों के चक्का जाम को देखते हुए दिल्ली की सुरक्षा हुई कड़ी
- दिल्ली मेट्रो के आठ स्टेशनों को एहतियात के तौर पर किया गया बंद
- हर हालत पर ड्रोन से भी रखी जा रही है निगरानी
नई दिल्ली: नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के प्रस्तावित ‘चक्का जाम’ से पहले प्रदर्शन स्थलों के पास दिल्ली के विभिन्न बार्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है। चक्का जाम को देखते हुए एहतियात के तौर पर दिल्ली के आठ मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया गया है जबकि पूरी दिल्ली में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और ड्रोन के जरिए भी नजर रखी जा रही है।
ये स्टेशन बंद
किसानों के चक्का जाम को देखते हुए ऐहतियाती तौर पर दिल्ली मेट्रो के मंडी हाउस, दिल्ली मेट्रो के विश्वविद्यालय, आईटीओ और दिल्ली गेट स्टेशनों के एंट्री और एग्जिट गेट बंद किए गए। लालकिला, जामा मस्जिद, जनपथ और केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशनों के भी एंट्री और एग्जिट गेट बंद किए गए हैं। हालांकि इन स्टेशनों पर इंटरचेंज की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
कड़े सुरक्षा इंतजाम
प्रस्तावित ‘चक्का जाम’ के मद्देनजर दिल्ली पुलिस 26 जनवरी के दिन हुई हिंसा को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने सीमाओं पर पर्याप्त बंदोबस्त किए हैं जिससे कि शरारती तत्व राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश न कर सकें। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ‘चक्का जाम’ के दौरान कानून व्यवस्था में खलल डालने या जनजीवन को प्रभावित करने वाली किसी भी स्थिति को रोकने के उद्देश्य से दिल्ली पुलिस के समूचे बाहरी-उत्तरी दिल्ली जिले में पर्याप्त बल तैनात किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘फिलहाल सिंघू बॉर्डर पर व्यापक सुरक्षा इंतजाम हैं, लेकिन शनिवार के लिए हम इसे और मजबूत कर रहे हैं।’
केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के समूह संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने शुक्रवार को कहा कि छह फरवरी को दिल्ली में ‘चक्का जाम‘ नहीं होगा और इसने कहा कि देश के अन्य हिस्से में किसान तीन घंटे तक राजमार्गों को शांतिपूर्ण तरीके से जाम करेंगे।