- दिल्ली में बीते सप्ताह मामूली राहत के बाद प्रदूषण का स्तर फिर बढ़ने लगा है
- दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में प्रदूषण गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया
- सीएम केजरीवाल ने एक बार फिर इसके लिए पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराया है
नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है। राष्ट्रीय राजधानी और एनसीआर के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज किया गया है, जहां मुख्य प्रदूषक तत्व पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा हवा में सामान्य से कई गुना ज्यादा दर्ज की गई। इससे लोगों की दिक्कतें एक बार फिर से बढ़ने लगी है।
दिल्ली-एनसीआर में बीते सप्ताह प्रदूषण से मामूली राहत मिली थी, लेकिन एक बार फिर यहां वातावरण दूषित होने लगा है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के अनुसार, दिल्ली के लोधी रोड इलाके में मुख्य प्रदूषक तत्व PM 2.5 की मात्रा 456 पर दर्ज की गई, जो गंभीर श्रेणी का है। वहीं, प्रदूषक तत्व PM 10 की मात्रा 287 दर्ज की गई, जो खराब श्रेणी में आता है।
दिल्ली ही नहीं, एनसीआर के कई इलाकों में भी प्रदूषण पिछले काफी समय से लोगों की मुश्किलों का सबब बना हुआ है। दिल्ली से सटे यूपी के नोएडा, गाजियाबाद में एक्यूआई गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया तो हरियाण के फरीदाबाद में भी यही हाल है। गाजियाबाद के इंदिरापुरम में मंगलवार को एक्यूआई 441 दर्ज किया गया, जो गंभीर श्रेणी में है।
इस बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर यहां प्रदूषण के लिए पड़ोसी राज्यों हरियाणा व पंजाब में पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने से दिल्ली के लोग बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस संबंध में निर्देश दिए हैं। दिल्ली के सीएम ने हरियाणा, पंजाब के किसानों से अपील की कि वे पराली जलाना बंद करें।