- कोरोना वायरस के कम होते मामलों के बीच सरकार ने तेज की टीकाकरण अभियान की तैयारियां
- केंद्र सरकार ने जारी किए टीकाकरण के लिए दिशा-निर्देश, राज्यों के लिए एसओपी जारी
- नागरिकों को वैक्सीन और टीकाकरण अभियान के कई पहलुओं के बारे में दी गई जानकारी
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वैक्सीन की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। सरकार ने इस संबंध में पहले ही दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। जैसे ही भारत में टीकाकरण का अभियान शुरू होगा तो यह दुनियाभर में कोविड के खिलाफ सबसे बड़े टीकाकरण अभियानों में शामिल हो जाएगा। पहले चरण में 6 से आठ महीने के दौरान करीब 30 करोड़ लोगों को कोविड का टीका लगाया जाएगा। इसके लिए कई कंपनियों के टीके लगाए जा सकते हैं।
कोविड-19 टीकाकरण के लिए केंद्र ने दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। इसके तहत, एक दिन में प्रत्येक सत्र में 100-200 लोगों का टीकाकरण होगा। टीका देने के बाद 30 मिनट तक निगरानी की जाएगी। टीकाकरण स्थल पर एक समय में केवल एक व्यक्ति को अनुमति होगी। इसके साथ ही टीकाकरण जिस स्थान पर होगा, वहां प्राथमिकता में रखे गए केवल पहले से पंजीकृत लोगों का ही टीकाकरण होगा और उसी स्थान पर पंजीकरण कराने की सुविधा नहीं होगी।
ऐसे में जब देश में कोरोना के टीकाकरण अभियान की शुरूआत होने जा रही है तो कुछ ऐसे सवाल और जवाब हैं जो आपके मन में उठ रहे होंगे। हम यहां टीकाकरण से संबंधित उन्ही सवालों का जवाब आपके सामने विस्तार से रख रहे हैं।
हां, टीका परीक्षण अंतिम रूप देने के विभिन्न चरणों से गुजर रहा है। भारत सरकार जल्द ही कोविड 19 का टीका लगाने के लिए तैयार है। अधिक जानकारी और अपडेट के लिए www.mohfw.gov.in पर विजिट कर सकते हैं।
टीकों की संभावित उपलब्धता के आधार पर भारत सरकार ने प्राथमिकता वाले समूहों का चयन किया है। जिन्हें सबसे अधिक जोखिम हैं उन्हें प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाया जाएगा। सबे पहले जिन्हें टीका लगना है उनमें हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल हैं। COVID 19 वैक्सीन प्राप्त करने वाला दूसरा समूह 50 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति होंगे और इसके बाद जिन्हें गंभीर बीमारी हैं उन्हें टीका लगाया जाएगा।
COVID-19 के लिए टीकाकरण स्वैच्छिक है। हालांकि, इस बीमारी से खुद को बचाने के लिए COVID-19 वैक्सीन लेना उचित रहेगा जिसके माध्यम से आप इस बीमारी को परिवार के सदस्यों, दोस्तों, रिश्तेदारों और सहकर्मियों सहित करीबी लोगों तक फैलने से रोकने में मदद कर पाएंगे
यदि किसी शख्स में कोविड 19 के संक्रमण की पुष्टि हुई है या फिर वह संदिग्ध है तो इससे टीकाकरण स्थल पर दूसरों को संक्रमण के फैलने का खतरा अधिक बढ़ सकता है। इस कारण से, संक्रमित व्यक्तियों को लक्षण ठीक होने के 14 दिन बाद वैक्सीन लेने की सलाह दी जाती है।
हां, प्रत्येक व्यक्ति को कोविड वैक्सीन का पूरा कोर्स करना जरूरी है, भले ही वह COVID -19 बीमारी से उबर चुका हो । यह बीमारी के खिलाफ एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया विकसित करने में मदद करेगा।
जिन लोगों पर टीकों का परीक्षण किया गया है उसके बाद सुरक्षा और प्रभावकारिता डेटा की जांच करने के बाद देश के ड्रग नियामक द्वारा लाइसेंस दिया जाता है। इसलिए, लाइसेंस प्राप्त करने वाले सभी COVID-19 टीके समान रूप से सुरक्षित और प्रभावी होंगे। हालांकि, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि टीकाकरण की पूरी प्रक्रिया केवल एक प्रकार के टीके द्वारा पूरी हो।
भारत 26 मिलियन से अधिक नवजात शिशुओं और 29 मिलियन गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण की जरूरतों को पूरा करते हुए, दुनिया में सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम चला चुका है। देश की बड़ी और विविध आबादी की जरूरतो को प्रभावी ढंग से पूरा करने के लिए इस सिस्टम को औरमजबूत किया जा रहा है।
हाँ। भारत में शुरू की गई COVID 19 वैक्सीन अन्य देशों द्वारा विकसित किसी भी वैक्सीन जितनी प्रभावी होगी। इसकी सुरक्षा और प्रभावकारिता सुनिश्चित करने के लिए के लिए टीकों का विभिन्न चरणों में परीक्षण किया जाता है।
पंजीकरण के समय फोटो के साथ नीचे उल्लेखित आईडी में से कोई भी एक दस्तावेज रख सकते हैं:
- ड्राइविंग लाइसेंस
- श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड
- महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) जॉब कार्ड
- सांसदों / विधायकों / एमएलसी को जारी किए गए आधिकारिक पहचान पत्र
- पैन कार्ड
- बैंक / डाकघर द्वारा जारी पासबुक
- पासपोर्ट
- पेंशन दस्तावेज़
- केंद्रीय / राज्य सरकार / सार्वजनिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को जारी किए गए सेवा पहचान पत्र
- वोटर आई.डी.
टीकाकरण स्थल पर फोटो आईडी ले जाना लाभार्थी के लिए जरूरी है क्योंकि इससे पंजीकरण और सत्यापन होगा जिसकी बदौलत यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि इच्छित व्यक्ति को टीका लगाया गया है।
ऑनलाइन पंजीकरण के बाद, लाभार्थी को अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर नियत तारीख, स्थान और टीकाकरण के समय के बारे में एक एसएमएस प्राप्त होगा।