- दिल्ली और एनसीआर में किसान नहीं करेंगे चक्का जाम
- यूपी और उत्तराखंड में भी किसान नहीं करेंगे चक्का जाम
- 6 फरवरी को चक्का जाम सिर्फ हाइवे पर, स्कूल बसों और एंबुलेंस पर असर नहीं
नई दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा ने साफ कर दिया है कि 6 फरवरी को दिल्ली, एनसीआर के साथ यूपी और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं होगा। लेकिन दिल्ली पुलिस ने अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। दिल्ली पुलिस ने मे करीब 12 मेट्रो स्टेशन को निर्देश दिए हैं कि शार्ट नोटिस पर वो मेट्रो स्टेशन को बंद करने के लिए तैयार रहे। पुलिस मे नई दिल्ली इलाके में स्थित मेट्रो स्टेशन को खास सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
किसान संगठनों की तरफ से औपचारिक जानकारी नहीं
अतिरिक्त डीसीपी रणविजय सिंह ने कहा कि नोएडा के किसी भी किसान संगठन ने नोएडा में 'चक्का जाम' के बारे में आधिकारिक तौर पर सूचित नहीं किया है। लेकिन हमने ग्रेटर नोएडा में कुछ संगठनों के बारे में मीडिया के माध्यम से सीखा है और आवश्यक तैयारी की है। हम सुनिश्चित करेंगे कि आम लोग परेशान न हों।
दिल्ली-एनसीआर, यूपी और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं
राकेश टिकैत ने कहा कि 6 फरवरी को यूपी और उत्तराखंड में किसान जिलाधिकारी को ज्ञापन देंगे। उन्होंने कहा कि वो लोग तो सरकार के कहीं भी बातचीत के लिए तैयार हैं। किसान तो सिर्फ एक ही आश्नासन चाहते हैं कि तीनों नए कृषि काूननों को लागू नहीं किया जाए। इसके साथ ही एमएसपी को बाध्यकारी बना दिया जाए। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि उनका चक्का जाम शांतिपूर्ण होगा। बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह का शनिवार का सिंधुदुर्ग दौरा टल गया है। अब वो शनिवार की जगह रविवार को जाएंगे।
चक्का जाम पर संयुक्त किसान मोर्चा
- देश भर में केवल राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक जाम किया जाएगा।
- इमरजेंसी और आवश्यक सेवाओं जैसे एम्बुलेंस, स्कूल बस आदि को नहीं रोका जाएगा।
- चक्का जाम पूरी तरह से शांतिपूर्ण और अहिंसक रहेगा। प्रदर्शनकारियों को सरकारी अधिकारी या सामान्य नागरिकों के साथ किसी भी संघर्ष में शामिल नहीं होने के लिए कहा जाता है।
- दिल्ली के NCR में कोई चक्का जाम कार्यक्रम नहीं होगा क्योंकि सभी विरोध स्थल पहले से ही चक्का जाम मोड में हैं। दिल्ली में प्रवेश करने के लिए सभी सड़कें खुली रहेंगी, जहां किसानों के विरोध स्थल पहले से ही स्थित हैं।
- चक्का जाम कार्यक्रम अपराह्न 3 बजे किसानों की एकता का संकेत देते हुए, वाहन के हॉर्न को 1 मिनट तक लगातार चलाकर समाप्त करेगा। हम जनता से भी अपील करते हैं कि वे अपने समर्थन और एकजुटता के लिए अन्नदाताओं के समर्थन में दोपहर 3 बजे शामिल हों।
किसान संगठनों के ऐलान के बाद भी संशय कायम
किसान संगठनों ने एक तरफ दिल्ली और एनसीआर में चक्का जाम नहीं करने का ऐलान किया है। लेकिन दिल्ली पुलिस का कहना है कि किसी भी हालात का सामना करने के लिए उनकी तैयारी पूरी है। दिल्ली पुलिस के पीआरओ चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि जिस तरह से 26 जनवरी को हिंसा हुई उसे ध्यान में रखते हुए हम किसी तरह का खतरा नहीं उठा सकते हैं। दिल्ली पुलिस ने मेट्रो प्रबंधन से कहा कि हालात जैसे होंगे उसके अनुरूप मेट्रो स्टेशन बंद करने का फैसला ले सकते हैं।