- कृषि कानून पर पंजाब में किसान कर रहे हैं विरोध, इस मुद्दे पर अकाली दल, एनडीए से तोड़ चुकी है नाता
- अकाली दल का बयान, कृषि कानून पर पंजाब में कांग्रेस के विरोध का कोई अर्थ नहीं
- चार अक्टूबर को राहुल गांधी पंजाब के किसानों से कृषि कानून के मुद्दे पर मिलेंगे,
नई दिल्ली। कृषि कानून के खिलाफ पंजाब और हरियाणा में विरोध की आग तेजी से फैली है। दो दिन पहले पंजाब के मुलापुर में शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को हिरासत में लिया गया था उन्होंने कहा कि यही कांग्रेस सरकार का दोहरा चरित्र है, एक तरफ कांग्रेस कृषि कानून का विरोध कर रही है लेकिन अकाली दल का विरोध नाजायज लग रहा है। बता दें कि कांग्रेस सांसद रविवार को कृषि कानून के विरोध में शिरकत करने के लिए पंजाब जा रहे है। लेकिन अकाली दल ने इसे नौटंकी करार दिया।
अकाली दल का राहुल गांधी पर तंज
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि राहुल गांधी जी कल नाटक करने पंजाब आ रहे हैं। यह कांग्रेस पार्टी थी जिसने इन कृषि कानूनों के बारे में बातचीत शुरू की। उन्होंने अपने घोषणा पत्र में लिखा था कि सत्ता में आने पर वे निजी 'मंडियां' खोलेंगे। उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि कांग्रेस के विरोध का मतलब ही नहीं है। कांग्रेस 2013 के घोषणापत्र को देखे उसमें उनका एपीएमसी को लेकर क्या विचार थे। इस समय जो विरोध किया जा रहा है उसमें कांग्रेस खुद को प्रासंगिक बनाए रखने की कोशिश कर रही है।
चार अक्टूबर को पंजाब में राहुल गांधी का कार्यक्रम
- 11:00 बजे: जनपद मोगा के बधनी कलां में हस्ताक्षर अभियान का जनसभा एवं शुभारंभ
- 12:15 बजे: ट्रैक्टर यात्रा: बधनी कलां से जटपुरा तक
- लैपॉन में रिसेप्शन
- किसानों द्वारा ट्रैक्टर पर चकर में रिसेप्शन
- मनोकामना में स्वागत
- 15:00 बजे: जटपुरा, लुधियाना में सार्वजनिक सभा
कृषि कानून पर कांग्रेस का विरोध बेदम
कृषि कानून पर कांग्रेस के विरोध को केंद्र सरकार पहले ही खारिज कर चुकी है। पीएम नरेंद्र मोदी बार बार कह रहे हैं कि मौजूदा कानून किसी किसान को अशक्त नहीं बल्कि सशक्त करेगा। कांग्रेस जिस विषय पर विरोध कर रही है वो अपने 2009 से 2014 के कार्यकाल का लेखा जोखा पेश कर दे सबकुछ पता चल जाएगा कि किसानों का हितैषी कौन है। हिमाचल की एक सभा में पीएम मोदी ने साफ कर दिया कि जिसे विरोध करना हो वो करे सुधारों की प्रक्रिया जारी रहेगी।