Rahul Bhatt's Father: कश्मीर में हाल ही में मारे गए कश्मीरी पंडित (Kashmiri Pandit) राहुल भट्ट (Rahul Bhatt Killing Update) के पिता सरकारी रवैय्ये से नाखुश नजर आ रहे हैं, उन्होंने कहा कि वह अपने बेटे की हत्या के बाद सरकार द्वारा दी गई पांच लाख रुपये की अतिरिक्त राहत से संतुष्ट नहीं हैं। ड्यूटी के दौरान मेरा बेटा मारा गया, पांच लाख रुपए कुछ नहीं हम भिखारी नहीं हैं, हमें न्याय चाहिए, उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि जांच शुरू हो और दोषियों को सजा मिले।
राहुल भट्ट के पिता ने सवाल उठाते हुए कहा कि कार्यालय के भीतर एक अंदरूनी सूत्र की भूमिका थी, जब आतंकवादी मेरे बेटे को मारने आए तो तहसीलदार और अन्य अधिकारियों का दरवाजा क्यों बंद कर दिया गया था?
राहुल भट्ट की हत्या करने वाला आतंकी मारा गया, 24 घंटे के अंदर लिया बदला
उन्होंने कहा कि आज तक कुछ नहीं हुआ हर कोई खुशी-खुशी उस ऑफिस जा रहा है जहां मेरे बेटे को मारा गया था वहां किसी से कोई पूछताछ नहीं हुई। उन्होंने तहसीलदार कार्यालय के अधिकारियों पर उनके बेटे की जान लेने वाले मारे गए लोगों को सुरक्षित रास्ता मुहैया कराने का आरोप लगाया।
पिता बोले- आतंकी ने मारने से पहले मेरे बेटे के नाम की पुष्टि की थी
कश्मीर में कश्मीरी पंडितो को टारगेट किया जा रहा है, इस सवाल पर नम आंखों के साथ राहुल के पिता ने कहा था कि आतंकी ने मारने से पहले मेरे बेटे के नाम की पुष्टि की थी, इससे ज्यादा क्या ही कह सकते हैं, उस वक्त वहां चार लोग मौजूद थे लेकिन नाम के कारण ही मेरे बेटे को मार दिया गया।
पिता बोले- 'मुझे उम्मीद है कि मेरे बेटे को न्याय मिलेगा'
पिता ने कहा कि राहुल साल 2010 से नौकरी कर रहा था, उन्होंने बताया कि लोग राहुल को पसंद करते थे, उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि मेरे बेटे को न्याय मिलेगा, मृतक के परिवार ने कहा कि जबतक राहुल को गोली मारनेवाले आतंकी को फांसी नहीं हो जाती या वो सुरक्षाबलों की गोली से नहीं मारे जाते तब तक मन को तसल्ली नहीं होगी।
दो बंदूकधारी चदूरा इलाके में राहुल भट को गोली मार दी
गौर हो कि हाल ही में दो बंदूकधारी चदूरा इलाके में स्थित तहसील कार्यालय में दाखिल हुए और लिपिक राहुल भट को गोली मार दी थी, मृतक भट की तैनाती प्रवासियों के लिए शुरू विशेष रोजगार पैकेज के तहत की गई थी,गोली मारे जाने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन उनकी मौत हो गई।